नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक में रेलपथों पर सेफ्टी, गतिसीमा वृद्धि, मालभाडा यूनिट और रेल परिचालन जैसे विषयों पर चर्चा की और जरूरी निर्देश दिए। लदान के प्रति संतोष जाहिर करते हुए उन्होने रेलयात्रियों और रेल सम्पत्ति की संरक्षा और सुरक्षा के उच्च मानकों को बनाए रखने में अपना योगदान देने वाले सतर्क कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार भी प्रदान किए।
उन्होंने उच्च आय अर्जित करने में योगदान देने वाले वाणिज्य कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया और विजेताओं को बधाई देते हुए रेलकर्मचारियों से अपील की कि वे रेलयात्रियों और रेल परिसम्पित्तयों की संरक्षा के लिए अपना शत-प्रतिशत योगदान दें। सेफ्टी को सबसे ऊपर बताते हुए उन्होने कहा कि रेलवे फाटकों को बेहतर बनाना होगा और हाई स्पीड सेक्शनों में रेलपथों के किनारे चारदीवारी बनाई जाए।
नई दिल्ली-मुम्बई और नई दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर गतिसीमा को 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तक बढ़ाने के लिए कार्य किया जा रहा है। चार दिवारी पर बल देते हुए उन्होने रेलवे लाइनों को पार करने के मामलों को गम्भीरता से लिया । उन्होंने मंडलों और सुरक्षा विभाग को परामर्श दिया कि वे रेलवे लाइन पार करने वाले व्यक्तियों को विभिन्न रेलवे नियमों के तहत बुक करें और यदि आवश्यक हो तो उन्हें सजा भी दिलवाएं। सेफ्टी सुनिश्चित करने के लिए रेलपथों के निकट अतिक्रमणों को हटाने का प्रयास करने के निर्देश दिए ।
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