अबूजा/नाइजीरिया। कांगो में 2022 में मंकीपॉक्स से नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि नाइजीरिया में इस साल इस बीमारी से पहली मौत दर्ज की गई।
मंकीपॉक्स का प्रकोप कई वर्षों के बाद अचानक सामने आया है।
कांगो में संकुरु स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ. एमे अलोंगो ने बताया कि देश में इस बीमारी के 465 मामलों की पुष्टि हुई है। मंकीपॉक्स से पश्चिम और मध्य अफ्रीका सबसे ज्यादा प्रभावित है। डॉ. अलोंगो ने बताया कि कांगो में यह बीमारी मृत बंदरों और चूहों के सेवन के कारण फैली है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘निवासी जंगल में प्रवेश करते हैं, मृत बंदरों, चमगादड़ों और चूहों को उठाते हैं, जो मंकीपॉक्स के स्रोत हैं।’’
अधिकारी ने मंकीपॉक्स के लक्षणों वाले लोगों से पृथक-वास में (कोरेनटाइन) रहने के लिए स्वास्थ्य केंद्र जाने का आग्रह किया है।
इस बीच नाइजीरिया में रोग नियंत्रण एजेंसी ने रविवार को बताया कि देश में इस साल मंकीपॉक्स से मौत का पहला मामला सामने आया है।
नाइजीरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने घोषणा की कि 2022 में रोग के 66 संदिग्ध मामलों में से 21 में संक्रमण की पुष्टि हुई है। नाइजीरिया सीडीसी ने कहा, ‘‘40 वर्षीय मरीज की मौत की सूचना मिली है, जो अन्य बीमारियों से भी ग्रसित था।’’
नाइजीरिया में सितंबर 2017 से मंकीपॉक्स का प्रकोप नहीं देखा गया है, लेकिन छिटपुट मामले सामने आते रहे हैं। रोग नियंत्रण एजेंसी ने कहा कि उसके 36 राज्यों में से 22 में कम से कम 247 मामलों की पुष्टि हुई है और मृत्यु दर 3.6 प्रतिशत है।
यूरोप और अमेरिका में सामने आए मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि ने उन देशों में चिंता बढ़ा दी है, जहां पिछले कुछ वर्षों में बीमारी का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि 20 से अधिक उन देशों में बीमारी के 250 से अधिक मामले सामने आए हैं, जहां आमतौर पर इसका प्रकोप नहीं था।
ब्रिटेन में सामने आए नए मामलों में से एक मरीज चार मई को नाइजीरिया से लौटा था। नाइजीरिया में बीमारी के छह मामलों की पुष्टि हुई है।
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