जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल ने कोविड काल की विषम परिस्थितियों के बावजूद भी पिछले 8 वर्षों के कार्यकाल में उत्तरोत्तर प्रगति की ओर कदम रखा है। जिसके कारण मंडल के सभी स्टेशनों एवं यात्री सुविधाओं में इज़ाफा देखने को मिल रहा है। रेलवे द्वारा इस काल में हुआ विकास मंडल के स्वर्ण युग के सामान है। इस अवधि में यह मंडल पूर्णत:विद्युतिकृत होने के साथ ही नेरोगेज को ब्राडगेज, नए स्टेशन भवन, विभिन्न रेल खण्डों में 178 किलोमीटर रेल लाईन का दोहरीकरण, 65 किलोमीटर का तिहरीकरण, ब्रिजो, फुट ओवर ब्रिज से परिपूर्ण हुआ है। इस आशय की जानकारी डी.आर.एम. संजय विश्वास ने वार्ता के दौरान प्रदान की।
23 नई ट्रेनों का परिचालन
श्री विश्वास ने बताया कि मंडल में यात्री सुविधाओं तथा संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मंडल के विभिन्न 161 स्टेशनों पर सी.सी.टी.वी. कैमरों की मदद से यात्री संरक्षा पर फोकस किया जा रहा है। इसके साथ ही जबलपुर स्टेशन के री डेवलपमेंट, 23 नई ट्रेनों का परिचालन, मल्टी फंक्शनल काम्लेक्स का निर्माण,15 लिफ्ट, 08 एस्कलेटर, नए प्लेटफार्मों का निर्माण, जबलपुर, सतना, मैहर में वेटिंग हाल का उन्नयन, 05 स्टेशनों पर हाई मास्ट फ्लेग (तिरंगा), प्लेटफार्मों पर स्टील बैंच की स्थापना, प्रदूषण नियंत्रण के उपाय के साथ ही कोविड काल में आक्सीजन स्पेशल, श्रमिक/कोविड स्पेशल ट्रेनों का सफलता पूर्वक परिचालन किया गया। श्री विश्वास ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में मंडल ने कुल 23 हजार 115 करोड़ रूपये की आय अर्जित की है, जिसमें से 2446 करोड़ रूपये पूंजीगत व्यय में एवं 13 हजार 115 करोड़ रूपये राजस्व व्यय में खर्च हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने टिकिट चेकिंग आय, गैर किराया राजस्व तथा माल लदान की आय में निरंतर वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया है। मंडल के कर्मचारियों के हित में किये जा रहे विभिन्न कार्यों को भी श्री विश्वास ने कर्मचारी हितैषी बताया।
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विश्व रंजन आदि भी उपस्थित थे.
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