कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी को एक और झटका लग गया है। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह फिर से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए हैं। सिंह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
कई माह पहले आसनसोल से सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भाजपा को झटका दिया था। कोलकाता में टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। जूट क्षेत्र को लेकर केंद्र की नीति और भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई की आलोचना कर चुके अर्जुन सिंह कई बार पार्टी नेतृत्व पर हमला कर चुके हैं।
इसी के साथ गत दो सप्ताह से उनके पाला बदलने को लेकर लग रहे कयासों का भी पटाक्षेप हो गया। सिंह का तृणमूल कांग्रेस में स्वागत पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने दक्षिण कोलकाता स्थित अपने कार्यालय में किया।
तृणमूल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया,‘‘पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष और बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह का अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस परिवार में गर्मजोशी से स्वागत करते हैं। वह हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की उपस्थिति में हमसे जुड़े।’’ सिंह तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख हिंदीभाषी नेता हैं।
2021 के विधानसभा चुनाव के बाद कई विधायक भी भाजपा छोड़ चुके हैं। सीएम ममता बनर्जी लगातार भाजपा पर हमला कर रही हैं। अर्जुन सिंह ने कहा, ‘‘केंद्र की नीति पहले से ही बीमार जूट क्षेत्र को और नुकसान पहुंचा रही है।
केंद्र जूट क्षेत्र की समस्या को ठीक करने के बारे में हमारे सुझाव को नहीं सुन रहा है। मुझे उद्योग के हित में सच बोलने में कोई संकोच नहीं है।’’ सिंह एक औद्योगिक क्षेत्र बैरकपुर के सांसद हैं, जहां कई जूट मिल जूट के लिए कच्चे माल के संकट का सामना कर रही हैं।
अपने इस दावे पर कि नेताओं का जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ कोई संपर्क नहीं है और केवल सोशल मीडिया पर सक्रिय व्यक्तियों को भाजपा की प्रदेश इकाई में तवज्जो मिल रहा है, सिंह ने कहा कि उन्होंने पार्टी में शामिल होने के बाद से कुछ भी पार्टी के खिलाफ नहीं किया है।
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