कथित विवादित टिप्पणी : रांची में हिंसा में 2 की मौत, भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात


रांची। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ निलंबित भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल की कथित विवादित टिप्पणी को लेकर झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भीड़ द्वारा की गई हिंसा तथा उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में घायल दो दर्जन लोगों में से देर रात दो लोगों की मौत हो गई। 

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि हिंसा में दो लोगों की मौत की खबर से पूरे शहर में तनाव व्याप्त हो गया, जिसके मद्देनजर रांची के 12 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और पूरे रांची जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि राजधानी में बड़े पैमाने पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गई है। 

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवं महानिरीक्षक (कार्रवाई) एवी होमकर ने बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसा और उसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में घायल दो लोगों की देर रात मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दोनों मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कर उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है। 

होमकर के मुताबिक शुक्रवार रात से राजधानी में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित एवं शांतिपूर्ण है। हालांकि, एहतियाती तौर पर शहर के 12 थाना क्षेत्रों में धारा-144 लागू कर निषेधाज्ञा का पालन कराया जा रहा है, ताकि हिंसा और उपद्रव से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि रांची के हिंसाग्रस्त मेन रोड क्षेत्र में त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) की दो कंपनियां तैनात की गई हैं, जबकि आसापास के संवेदनशील इलाकों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आईजी (महानिरीक्षक) रैंक और डीआईजी (उपमहानिरीक्षक) रैंक के एक-एक अधिकारियों के अलावा एसपी (पुलिस अधीक्षक) रैंक के छह अधिकारियों और डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) रैंक के सौ अधिकारियों सहित लगभग 2,500 पुलिस कर्मियों को भेजा गया है। 

होमकर के अनुसार, आम लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए शनिवार सुबह से दो बार त्वरित कार्रवाई बल एवं अन्य अर्धसैनिक बलों का मेन रोड और आसपास की गलियों में फ्लैग-मार्च निकाला गया। इस बीच, राज्य के गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर अफवाहों पर नियंत्रण के लिए शुक्रवार शाम सात बजे से शनिवार सुबह छह बजे तक रांची में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थीं, जिसे तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए अगले आदेश तक बढ़ा दिया गया है। 

होमकर के मुताबिक, शुक्रवार की हिंसा में 12 पुलिसकर्मियों समेत दो दर्जन लोग घायल हुए थे, जिनमें से कुछ को गोलियां भी लगी थीं। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल 13 लोगों को शुक्रवार देर रात राजेंद्र चिकित्सा विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया था, जिनमें से दो की इलाज के दौरान मौत हो गई।

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