उत्तर प्रदेश : हिंसा में 300 के पार पहुंचा गिरफ्तारी का आंकड़ा

फाइल फोटो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने आठ जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और पार्टी की दिल्ली इकाई से निष्कासित मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल की टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 13 प्राथमिकियां दर्ज करते हुए 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। 

रविवार को जारी एक बयान में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि राज्य के आठ जिलों से 304 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इस संबंध में नौ जिलों में 13 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। 

जिलेवार ब्योरा देते हुए कुमार ने बताया कि प्रयागराज में 91, सहारनपुर में 71, हाथरस में 51,अंबेडकर नगर और मुरादाबाद में 34-34, फिरोजाबाद में 15, अलीगढ़ में छह और जालौन में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुमार ने जिलों में दर्ज प्राथमिकियों का ब्योरा देते हुए कहा कि प्रयागराज और सहारनपुर में तीन-तीन प्राथमिकियां तथा फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, मुरादाबाद, अंबेडकरनगर, खीरी और जालौन में एक-एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और 304 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर जिले में तीन जून को हुई हिंसा और इसके बाद विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा का संज्ञान लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी जाए और कार्रवाई ऐसी हो जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने और माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके। 

योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और शीर्ष पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और उनसे कहा कि वे शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने' की नीति के साथ पेश आएं और एक भी निर्दोष को छेड़ें नहीं और कोई दोषी छोड़े नहीं। 

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