उत्तर कोरिया ने 8 बैलिस्टिक मिसाइलें दाग कर फिर दुनिया को चौंकाया

प्रतीकात्मक फोटो 


प्योंगयांग। अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों को चुनौती देते हुए उत्तर कोरिया ने एक बार फिर अपने हथियारों के जखीरे में भारी बढ़त दर्ज की है।

ताजा जानकारी के मुताबिक उत्तर कोरिया ने अपने शासक किम जोंग उन की अगुवाई में पूर्वी तट से समुद्र की ओर एक के बाद एक आठ बैलिस्टिक मिसाइलें दागी।

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक उत्तरी कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण को सीधे अमेरिका को चुनौती देने के क्रम में देखा जा रहा है।

एएफपी ने उत्तरी कोरिया के सफल मिसाइल परीक्षण की पुष्टि करते हुए बताया कि किम सरकार ने इस परीक्षण को ऐसे समय में अंजाम दिया है, जब एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने एक दिन पहले ही दक्षिण कोरिया में सियोल से अमेरिका वापसी की थी।

किम के प्रतिद्वंदी देश दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने इस मामले में जानकारी साझा करते बताया कि उत्तरी कोरिया ने इन आठ मिसाइलों को राजधानी प्योंगयांग के सुनन इलाके से दागा है।

वहीं जापान की क्योदो समाचार एजेंसी ने सरकारी सूत्रों के हवाले से जो जानकारी साझा की है, उसके अनुसार उत्तर कोरिया ने हाल के हफ्तों में कई मिसाइलें दागी हैं। उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन इन दिनों लगातार अपनी सामरिक क्षमता को तेजी से बढ़ाने पर बल दे रहे हैं। 

समाचार एजेंसी एएफपी ने जो खबरें दी है, उनमें बताया गया है कि अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि सुंग किम ने दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधी किम गुन और जापानी समकक्ष फुनाकोशी ताकेहिरो के साथ बीते शुक्रवार को सियोल में लंबी मुलाकात की।

इस बैठक में इस बात पर गहन चर्चा हुई की उत्तर कोरिया 2017 के बाद पहली बार तेजी से परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है।

बैठक में जापान सरकार की नुमाइंदगी करते हुए फुनाकोशी ताकेहिरो ने यह बताया कि बीते हफ्ते उत्तर कोरिया ने एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की, जो परमाणु परीक्षण की प्रतिबद्धता को इंगित कर रहे थे।

वहीं दूसरी ओर से अमेरिका ने उत्तर कोरिया के आक्रामक रूख को देखते हुए कहा कि वह प्योंगयांग के साथ सीधे कूटनीति वार्ता के लिए तैयार है।

इससे पहले बीते हफ्ते अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चिंग को निशाना बनाते हुए संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को और कठोर करने का आह्वान किया था, लेकिन अमेरिकी प्रस्ताव पर चीन और रूस ने वीटो कर दिया था।

मालूम हो कि साल 2006 में यूएन की सुरक्षा काउंसिल ने उत्तर कोरिया को पहली बार परमाणु परीक्षण और हथियारों की होड़ शुरू करने के लिए कड़े प्रतिबंधों के जरिये दंडित करना शुरू कर दिया था।

उत्तर कोरिया ने बीते 25 मई को उस समय तीन मिसाइलों को लॉन्च किया था, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी व्यस्त एशिया यात्रा की समाप्ति की ओर बढ़ रहे थे।

25 मई को मिसाइल परीक्षण के बाद प्रतिद्वंदी देश दक्षिण कोरिया ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि पहली मिसाइल उत्तर कोरिया की सबसे बड़ी आईसीबीएम, ह्वासोंग -17 प्रतीत होती है, जबकि उसकी दूसरी मिसाइल बीच प्रक्षेपण में ही विफल हो गई थी जबकि तीसरी मिसाइल कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (एसआरबीएम) थी। 

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