बिहारः दलित होने के कारण भाजपा संगठन में हमारी पूछ नहीं, पद्मश्री सम्मानित विधायक ने पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप



पटना। बिहार में भाजपा विधायक भागीरथी देवी ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा देने का भी ऐलान किया है। बगहा जिले से आने वाली भागीरथी देवी ने आज पार्टी के नेताओं के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दलित होने के कारण पार्टी के संगठन में उनकी नहीं सुनी जा रही।

पद्मश्री से सम्मानित भाजपा विधायक भागीरथी ने कहा कि 'दलित होने के कारण बगहा जिला में संगठन में हमारी पूछ नहीं होती है। उन्होंने कहा कि दूसरे दल को मदद पहुंचाने वालों की पूछ होती है। दो लोग मिलकर बगहा जिला चला रहे हैं। भागीरथी देवी ने कहा कि हमारी परेशानी संजय जायसवाल जानते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है।

उन्होंने कहा कि मोदी जी और रामनगर की जनता भगवान हैं। आज तीन बार से जनता वोट देकर हमें जिताते आ रही है। जबसे बगहा जिला बना तब से मुझे मक्खी की तरह फेंक दिया गया है। दलित समझकर एक अलग छांट दिया गया है हमें किसी काम में नहीं पूछा जाता है। चुनाव के समय भी मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।

बगहा में दलित की कोई इज्जत नहीं है। भाजपा कमिटी के द्वारा किसी तरह की इज्जत मुझे नहीं दी जाती है। हमको कमजोर और दलित समझकर छांटा जाता है। नरेंद्र मोदी हमारे लिए भगवान हैं। पार्टी के लिए हम बने रहेंगे और पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बगहा में कांग्रेस को मदद पहुंचाने वाले नेताओं की पूछ है।

भागीरथी देवी कहा कि पार्टी में सम्मान नहीं मिल रहा है, तो क्यों पद पर बना रहूं? उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कार्यसमिति और प्रदेश कार्य समिति से इस्तीफा दे दूंगी। भागीरथी देवी चंपारण के रामनगर विधानसभा से तीन बार विधायक है। वर्ष 2010, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर रामनगर से चुनाव जीती हैं। 2019 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री से भी सम्मानित किया है।

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