देश में मिला मंकीपॉक्स का पहला मामला, यूएई से केरल लौटे शख्स की रिपोर्ट पॉजिटिव


तिरुवनंतपुरम। केरल में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने यह जानकारी दी। वीणा जॉर्ज के मुताबिक विदेश से लौटे एक व्यक्ति को मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच किए जाने पर उस व्यक्ति में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है। इससे पहले केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि मंकीपॉक्स के लक्षण वाले एक व्यक्ति के नमूने एकत्र किए गए हैं और जांच के लिए नमूनों को राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है। 

वीणा जॉर्ज ने कहा कि उस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखे और वह विदेश में मंकीपॉक्स के एक मरीज के निकट संपर्क में था। केरल में मंकीपॉक्स का यह पहला मामला सामने आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार मंकीपॉक्स जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाला वायरस है। मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक के रोगियों में देखे गए लक्षणों के समान लक्षण होते हैं। हालांकि इसका संक्रमण चिकित्सकीय रूप से कम गंभीर है। 

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि केरल के स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स पर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। रोगी काफी स्थिर है, और सभी नब्ज सामान्य हैं। प्राथमिक संपर्कों की पहचान की जाती है - उनके पिता, माता, टैक्सी चालक, ऑटो चालक, और उसी उड़ान के 11 यात्री जो बगल की सीटों पर थे।

वहीं केरल के कोल्लम में मंकीपॉक्स के भारत के पहले मामले के बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय प्रकोप की जांच करने और आवश्यक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में केरल सरकार का समर्थन करने के लिए एक बहु-अनुशासनात्मक केंद्रीय टीम तैनात करेगा।

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