जेल में सजा काट रहे राम रहीम के ‘नकली’ होने की याचिका के बाद जेल प्रशासन के हाथ पांव फूले, हाईकोर्ट करेगा मामले की सुनवाई


फाइल फोटो

रोहतक। साध्वी यौन शोषण मामले में सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम के ‘नकली’ होने की याचिका के बाद जेल प्रशासन के अधिकारी भी संशय में है, हालांकि अभी अधिकारियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन चर्चा है कि अधिकारी भी अब राम रहीम के श्रद्धालुओं से उनके हाव भाव के बारे में पता करने में जुटे हैं। सोमवार को हाईकोर्ट इस मामले पर सुनवाई करेगा। 

याचिकाकर्ता श्रद्धालुओं कहना कि जो राम रहीम पैरोल पर आया हुआ है वह राम रहीम नहीं है, उसको नजदीक से देखने से यह साफ हो चुका है कि पहले वाले राम रहीम और पैरोल पर चल रहे राम रहीम के हाव भाव में काफी फर्क है। 

याचिका में कहा गया कि डेरी की गद्दी हथियाने के लिए राम रहीम का अपहरण कर लिया गया और उनकी जान को भी खतरा है। जो राम रहीम पैरोल पर है वह नकली है, उसके हाथ और पैरों की उंगलियों में भी काफी फर्क है,यहां तक कि वह अपने पुराने श्रद्धालुओं को भी नहीं पहचान रहा है, इसे साबित हो रहा है कि नकली राम रहीम को जेल भेजा गया। 

श्रद्धालु अशोक कुमार व अन्य की तरफ से हाईकोर्ट में राम रहीम के नकली होने की याचिका दी गई है, जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी। इस बारे में जेल के एक अधिकारी ने बताया कि हाईकोर्ट मामले की सुनवाई करेगा बस इतना पता चला है।

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