झारखंड में फेल हो गया ऑपरेशन लोटस!, सरकार को गिराने पूरी तैयारी कर ली गई थी



रांची। झारखंड में ऑपरेशन लोटस एक बार फिर से फेल हो गया है? कांग्रेस को तोड़ने की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थी और नए गुट के नाम पर सहमति भी बन गई थी, लेकिन अंतिम समय में दो आदिवासी विधायकों ने मुंह मोड़ लिया जबकि तीन विधायकों ने अलग रास्ता अख्तियार कर लिया।

कांग्रेस विधायकों के दूसरे दल में जाने और सरकार को गिराने पूरी तैयारी कर ली गई थी। बिरसा कांग्रेस के नाम से अलग गुट बनाकर तख्तापलट करने का पूरा स्क्रिप्ट तैयार था।

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के बागी विधायकों ने दो तिहाई विधायकों के साथ पार्टी से अलग गुट बनाने की पुख्ता तैयारी कर ली थी। पश्चिम बंगाल से झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों, जिसमें रांची के खिजरी से विधायक राजेश कच्छप, कोंगारी सिमडेगा के कोलेबिरा से विधायक नमन विक्सेल और विधायक इरफान अंसारी को भारी मात्रा में कैश के साथ पकड़ा गया है।

इस मामले में कांग्रेस ने फौरन एक्शन लेते हुए तीनों विधायकों पार्टी से निलंबित कर दिया है। अब बेरमो से पार्टी के विधायक जयमंगल सिंह की एक चिट्ठी सामने आई है। जिसमें उन्होंने कहा है कि मुझे झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने के लिए इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सेल की तरफ से पैसों का ऑफर दिया गया था।

उन्होंने इस पत्र में कहा है कि यह लोग मुझे कोलकाता बुला रहे थे और पैसे का ऑफर दे रहे थे। उन्होंने प्रति विधायक 10 करोड़ रुपये देने की बात भी कही थी।

पत्र में जयमंगल सिंह ने लिखा है कि इरफान अंसारी और राजेश कच्छप मुझे कोलकाता बुलाना चाहते थे ताकि वो मुझे लेकर गुवाहाटी ले जा सकें। उनके मुताबिक वहां हमारी मुलाकात असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से होनी थी। वो वहां हमें मंत्री पद और मिलने वाले पैसों के लिए आश्वस्त करते।

इरफान ने मुझसे कहा कि उन्होंने मुझे पहले ही नई सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय देने का वादा किया गया है। उन लोगों ने मुझसे कहा कि एक बार जब मैं पहुंच जाऊंगा और गुवाहाटी में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के सामने वादा करूंगा तो उसके बाद मुझे पैसे मिलेंगे।

उन्होंने मुझे यकीन दिलाया कि सीएम बिस्वा सरमा यह सब कुछ दिल्ली में बैठे भाजपा के शीर्ष नेताओं के इशारे पर कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कम से कम 12 विधायकों के साथ पूरा स्टेज तैयार हो रहा था। अलग गुट बनाने की पूरी पटकथा तैयार हो जाने के बाद रांची जिले के खिजरी के विधायक राजेश कच्छप और सिमडेगा के विधायक नमन विक्सल ने अपने मोबाइल बंद कर लिए और चुपचाप निकल गए।

कांग्रेस के नाराज विधायकों की योजना सरकार में शामिल होनी की थी और इसके लिए सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ-साथ विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी से भी संपर्क में रहने का निर्णय लिया गया था।

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