अब चलती यात्री गाड़ी में आरक्षित टिकिट की जाँच ई-डिवाइस से

आधुनिक तकनीकी से युक्त ई-डिवाइस से मिलेगी यात्रियों को अनेक सुविधाएं 


जबलपुर। चलती यात्री गाड़ी में आरक्षित टिकिट की जाँच चल टिकिट निरीक्षकों  द्वारा आरक्षण चार्ट के स्थान पर अब आधुनिक तकनीकी की नई ई-डिवाइस से की जाएगी। जिससे ट्रेन में बर्थ पर नहीं मिलने पर यात्री को उपलब्ध बर्थ वेटिंग लिस्ट या आरएसी टिकिट धारी को प्रदान की जाएगी। कागज चार्ट रहित  इस नई ई-डिवाइस रुपी हेंड हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी) की शुरुआत पश्चिम मध्य रेलवे में सर्वप्रथम  जबलपुर मंडल से की गयी है। 

अत्याधुनिक तकनीकी से परिपूर्ण इस एचएचटी को जबलपुर से निजामुद्दीन तक चलने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस न. 12121 के साथ ही मंडल में  प्रयोग करने के लिए डीआरएम संजय विश्वास ने इसे चल टिकिट निरीक्षको को सौंप कर उन्हें आरक्षण चार्ट और टिकिट रसीद के स्थान पर इसे एक उपयुक्त यंत्र बताया। 

इस अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री विश्वास ने बताया कि इसके उपयोग से टीटीई के कार्य में पूर्ण पारदर्शिता आएगी तथा ट्रेन के संचालन के दौरान खाली  बर्थ का उपयोग भी रेल रिकार्ड के साथ होगा। इस एचएचटी के द्वारा अब टिकिट निरीक्षक चार्ट के स्थान पर इसमें यात्री का विवरण देख सकेंगे, जिससे कागज और मानव श्रम की भी बचत होग। इस डिवाइस में जाँच कर्ता द्वारा खाली बर्थ की जानकारी फीड करने से अगले स्टेशन पर उस ट्रेन में उपलब्ध खाली बर्थ को यात्री करंट टिकिट के रूप में स्टेशन या इंटरनेट से मोबाईल द्वारा बुक कर सकेंगे। 
  
पत्रकारवार्ता में अपर मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता और सीनियर डीसीएम श्री विश्व रंजन ने इसके उपयोग से यात्रियों को मिलने वाले लाभों की जानकारी देकर इसे मंडल की उपलब्धि बताते हुए मंडल को डिजिटिलाइजेशन की ओर अग्रसर बताया। 

पत्रकारवार्ता में विश्वास सहित सभी अधिकरियों ने मंडल द्वारा प्राप्त रेल राजस्व, माल ढुलाई, भिटोनी स्टेशन के उन्नयन, टिकरिया में फुट ओवर ब्रिज के निर्माण और रेल पुलिस बल द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव पर जन जाग्रति के लिए मंडल में वाहन रैली भी निजकली गई। पत्रकारवार्ता में मंडल वाणिज्य प्रबंधक देवेश सोनी, सहायक वाणिज्य प्रबंधक पंकज दुबे भी उपस्थित थे। 

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