प्रतीकात्मक फोटो |
नई दिल्ली। मंकीपॉक्स पर एक कार्यबल का गठन किया जाएगा जो केंद्र सरकार को इस बीमारी के नैदानिक एवं उपचार संबंधी सुविधाओं को बढ़ाने तथा इसके टीकाकरण से संबंधित परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मंकीपॉक्स को लेकर 26 जुलाई को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव समेत कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। यह बैठक मंकीपॉक्स के संक्रमण के प्रसार के मद्देनजर सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों की समीक्षा करने के लिए आयोजित की गयी। भारत में अब तक मंकीपॉक्स के चार मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से केरल में तीन जबकि दिल्ली में एक मामले की पुष्टि हुई है।
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन और स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को तय समय के भीतर मंकीपॉक्स के संक्रमण के मामलों का पता लगाने और उनके प्रबंधन के लिए एक संवेदनशील रणनीति पर काम करने के लिए कहा गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) नेटवर्क प्रयोगशालाओं को संचालित करने और उन्हें मंकीपॉक्स रोग के आवश्यक निदान की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है।
बैठक में कैबिनेट सचिव, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, अतिरिक्त सचिव (प्रधानमंत्री कार्यालय) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक मंकीपॉक्स एक वायरल ज़ूनोसिस है- एक ऐसा वायरस जो जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। इसके लक्षण चेचक के समान होते हैं हालांकि चिकित्सकीय रूप से यह कम गंभीर होता है।
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