नई आबकारी नीति में फंसे मनीष सिसोदिया को मिला अखिलेश यादव का साथ, कहा - गुजरात में 'आप' की लोकप्रियता से बौखला गई है भाजपा

 
फाइल फोटो

लखनऊ। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आबकारी नीति के मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कुल 15 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन इस मामले में आम आदमी पार्टी के लिए राहत की बात यह है कि इस विवाद में उसे समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का खुलकर साथ मिला है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो जिस तरह से दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को प्रताड़ित कर रही है। उससे आम आदमी पार्टी डरने वाली नहीं है।

अखिलेश यादव ने नई आबकारी नीति के मामले में चल रही सीबीआई जांच को सियासी करार देते हुए कहा कहा कि आम आदमी पार्टी जिस तरह से हिमाचल प्रदेश और गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को उखाड़ फेंकने के लिए लगी हुई है, इस कारण भाजपा बौखला गई है। दोनों राज्यों में इस साल के अंत में चुनाव होने वाला है और आप जिस तरह से वहां की जनता के बीच भाजपा शासन को बेनकाब कर रही है, भगवा पार्टी का परेशान होना स्वाभाविक है।

सपा प्रमुख ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि आम आदमी पार्टी और मनीष सिसोदिया जैसे नेता सीबीआई और ईडी के छापे से डरने वाले हैं। असल डर तो भाजपा को है कि कहीं आप हिमाचल प्रदेश और गुजरात में उनकी गद्दी न छीन ले। इसलिए भाजपा की सरकार विपक्षी दलों और उनके नेताओं के खिलाफ सीबीआई, ईडी का इस्तेमाल कर रही है।"

इसके साथ ही अखिलेश यादव ने बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन पर खुशी जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल के साथ सरकार बनाने बहुत अच्छा काम किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार में भाजपा को पछाड़कर दिल्ली तक दहशत फैला दी है।

नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के एक मंच पर आने से केवल बिहार ही नहीं बल्कि विभिन्न राज्यों में विपक्ष दलों को बेहतर संदेश मिला है। साल 20024 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल, राजद, जदयू और खुद सपा सहित सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए और केंद्र की सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने केंद्र और यूपी की भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "केंद्र और यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा शासन के पास न तो किसानों के संकट का हल है, न वो बेरोजगारी दूर कर सके। तेजी से भागती महंगाई का भी उनके पास कोई जवाब नहीं है।

उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी लगाकर केंद्र की भाजपा सरकार ने जनता का बेड़ा पहले से गर्क कर रखा है और उसके बाद अगर विपक्ष इन मुद्दों को उठाता है तो उसे डराने के लिए ये लोग केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करते हैं। ये बात पूरा देश समझ रहा है और देख रहा है। जनता 2024 के चुनाव में इसने सारे साजिशों की जवाब अच्छे से देगी। 

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