पटना। बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा की इकाई की तरह काम कर रही हैं। साथ ही तेजस्वी ने कहा कि वह जांच एजेंसियों को न्यौता देते हैं कि आकर मेरे घर में ही अपनी शाखा खोल लें। तेजस्वी यादव ने ये बातें समाचार चैनल एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में कहीं।
तेजस्वी से पूछा गया कि क्या उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का डर सता रहा है? इसके जवाब में तेजस्वी ने कहा, "वे आ सकते हैं और हमारे यहां ऑफिस खोल सकते हैं। कृपया आइए और जितने लंबे समय तक रहना चाहते हैं रहिए। उन्हें मेरे घर में ऑफिस खोलने दीजिए। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स, कृपया आइए और जितने लंबे समय तक रहना चाहते हैं रहिए। दो महीने बाद छापेमारी के लिए क्यों आना चाहते हैं। यहीं रुकिए, यह आसान है।"
बिहार के उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हम वो तेजस्वी यादव नहीं हैं जिसको मूंछ भी नहीं था तब सीबीआई ने केस कर दिया था। इतने दिन हो गए लेकिन उस केस में कुछ नहीं हुआ। अब तो हमारे पास सात साल का अनुभव है। इसमें दो बार नेता विरोधी दल रह लिए, दो बार डिप्टी सीएम बन गए।
सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान भ्रष्टाचार के एक मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर रखा है।
बातचीत के दौरान जब तेजस्वी से अचानक हुए बदलाव और नीतीश कुमार के साथ दोबारा गठबंधन के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हम देख रहे थे कि नीतीश जी असुविधाजनक स्थिति में हैं। बीजेपी उन पर हावी हो रही थी। यह बदलाव स्वस्फूर्त तरीके से हुआ और कुछ भी पहले से नियोजित योजना के तहत नहीं हुआ।"
फिलहाल बिहार विधानसभा में राजद सबसे बड़ी पार्टी है। लेकिन इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी नीतीश कुमार के पास ही रहेगी। हालांकि भाजपा नेताओं का कहना है कि सत्ता की चाबी लालू यादव और तेजस्वी के हाथ में ही रहेगी।
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