करोड़ों खर्च, फिर भी बरगी बांध में स्काडा सिस्टम से नहीं हो पा रही पानी की रियल टाइम मॉनीटरिंग...?

मध्य प्रदेश के सबसे लंबे बरगी बांध में गेट ऑपरेशन अभी भी मैनुअल सिस्टम के ही भरोसे 

बरगी नगर l जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विश्व बैंक की मदद से राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश के सभी प्रमुख बांधों को मैनुअल सिस्टम से मुक्त कर ऑटोमेटिक सिस्टम और हाईटेक करने की मंशा से करोड़ों रुपए खर्च कर लगाए गए स्काडा सिस्टम अभी पूरी तरह से सफल नहीं हुआ है या अगर यह कहा जाए कि अभी सिर्फ ट्रायल बेस पर ही स्काडा सिस्टम चल रहा है तो ज्यादा अतिशयोक्ति नहीं होगी। 



पानी की रियल टाइम मॉनीटरिंग को लेकर मध्य प्रदेश के सबसे लंबे बरगी बांध में लगाए गए स्काडा सिस्टम का काम 'अभी 9 दिन चले, चले अढ़ाई कोस की तर्ज पर आधा अधूरा ही माना जा सकता है। डेढ़ साल से ज्यादा का समय बीत गया है पर फिर भी स्काडा सिस्टम लगाने वाली प्राइवेट चेतस कंपनी का कार्य पूर्ण नहीं होने और सिस्टम ठीक-ठाक काम नहीं करने के कारण इस बार भी गेटों का ऑपरेशन बरगी बांध के पुराने मैनुअल सिस्टम से ही चलाया जा रहा है।
  • डेढ़ साल बीतने की कगार पर 
जानकारी के मुताबिक मई 2021 में कंपनी द्वारा बरगी बांध में स्काडा सिस्टम लगाने का काम शुरू किया था और यह कार्य जुलाई 2022 में पूर्ण किया जाना था जो अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है। बरगी बांध के एसडीओ मुकेश मदारिया का कहना है कि कंपनी प्रबंधन के लोग स्काडा सिस्टम के कंप्लीशन सर्टिफिकेट की मांग लगातार कर रहे हैं पर हमने साफ मना कर दिया है कि जब तक आप कार्य पूर्ण नहीं करेंगे तब तक कंपलीशन सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा।
  • अब तक खोले गए 14  बार गेट
बरगी बांध द्वार उप संभाग  क्रमांक 1 के उपयंत्री विजय यादव का कहना है कि इस वर्ष रेनी सीजन में लगभग 14 बार रेडियल गेटों का ऑपरेशन किया गया है। कंपनी वालों ने स्काडा सिस्टम से भी प्रयास किया था पर उसके कुछ उपकरण काम नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण गेट के खोलने तथा बंद होने की रीडिंग नहीं हो पा रही है यानी पानी की रियल टाइम मॉनीटरिंग नहीं हो पा रही है। अभी कंपनी वालों ने बरगी बांध में ही लगे हुए मैनुअल सिस्टम से अपने सिस्टम को अटैच किया था। इसी से चलाने का प्रयास किया जा रहा था पर बांध के सिस्टम से कंपनी का सिस्टम मैच नहीं हो पा रहा है। जिस कारण से हमने कंपनी वालों को अपना अलग सिस्टम लगाने के लिए निर्देशित कर दिया है। 
  • अधूरे काम को कैसे मिलेगा कंपलीशन सर्टिफिकेट
जानकारी के मुताबिक बरगी बांध स्काडा सिस्टम को लगाए जाने वाले उपयंत्री अनिल चतुर्वेदी द्वारा लगातार बरगी बांध के अधिकारियों पर कंप्लीशन प्रमाण पत्र दिए जाने का दबाव बनाया जा रहा है पर अधिकारियों ने साफ मना कर दिया है कि जब तक पूरी तरह से काम पुख्ता नहीं होता तब तक कंपलीशन सर्टिफिकेट नहीं दिया जाएगा।


  • क्या क्या पड़ा है अधूरा
बरगी बांध के एसडीओ मुकेश मदारिया का कहना है कि कंपनी ने अभी काम पूरा नहीं किया है ।कंपनी को मानसून के पहले काम पूर्ण करके देना था। यह समय भी बीत गया है और काम पूरा नहीं हुआ है। बावजूद इसके कंपनी के उपयंत्री द्वारा लगातार कंपलीशन सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है। 

  • गौरतलब है कि अभी स्काडा सिस्टम द्वारा लगाए गए वीएफडी पैनल अभी से रस्टेड हो रहे हैं। 
  • डाली गई केवल को भी प्रॉपर तरीके से पाइप के अंदर नहीं डाला गया है, केवल पूरे बांध में यहां-वहां अस्त-व्यस्त बिखरी पड़ी है। 
  • गेट के ऑपरेशन इनपुट ठीक से काम नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से गेट कितने मीटर ऑपरेट हो रहा है, इसका पता नहीं चल पा रहा है। 
  • दाएं तट नहर तथा बाएं तट नहर एलबीसी और आरबीसी नहर सलूस गटों में भी बड़ी दिक्कत चल रही है। कंपनी द्वारा जो व्हीएफडी पैनल लगाए हैं, वह सिर्फ नहर के सुलूस गेटों में ही लगाए हैं। पेनस्टॉक गेटों में वीएफडी पैनल नहीं लगाए गए हैं ?
  • पेनस्टॉक गेटों से अगर पानी छोड़ा जाएगा तो फिर पानी की रियल टाइम मॉनीटरिंग कैसे हो सकेगी?
  • दाएं तट नहर सुलूस में 13 गेट हैं, जिसमें कंपनी द्वारा सिर्फ तीन ही गेटों में वीएफडी पैनल लगाए गए हैं। 
  • भविष्य में जब रीवा, सतना के लिए पानी छोड़ा जाएगा तब पानी के रियल टाइम मॉनीटरिंग कैसे होगी ?  यानी पानी कितना छोड़ा जा रहा है यह कैसे पता चलेगा यानी यह अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है?
इनका कहना है
कंपनी वाले काम पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि कंपनी में कुछ कैजुअल्टी हो गई थी। कंपनी वाले कंपलीशन सर्टिफिकेट के लिए बार-बार दबाव बनाते हैं पर मैं हाथ जोड़कर कह देता हूं काम में कोई कमी नहीं आनी चाहिए l
सूरज सिंह कुशवाहा, प्रभारी एसडीओ, जल संसाधन विभाग
स्काडा सिस्टम से कुछ गेटों का ऑपरेशन तो हो रहा है पर कुछ तकनीकी समस्या आने के कारण पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है। जब तक काम कंप्लीट नहीं होगा। तब तक कंपलीशन सर्टिफिकेट कैसे कोई देगा। 
प्रदीप कुमार जवाहर, कार्यपालन यंत्री, विद्युत यांत्रिक संभाग क्रमांक 2 बरगी बांध
हमने अभी सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है। मैंने अपने एसडीओ को बुलाकर कंपनी को नोटिस देने के निर्देश दिए हैं।
संजय कुमार गुप्ता, कार्यपालन यंत्री, जल संसाधन विभाग

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