जरूरत से अधिक दोहन करने पर खत्म हो जाएंगे जंगल : प्रधान मुख्य वन संरक्षक

जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम घुईटोला पहुंचे प्रधान मुख्य वन संरक्षक और कलेक्टर 



बालाघाट। मध्य प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील अग्रवाल और कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा बालाघाट जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम घुईटोला पहुंचे । इस अवसर पर उन्होंने 01 करोड़ 32 लाख रुपये की लागत से घुईटोला से कटंगी और चंदगांव से घुईटोला लगभग 2.50 किलोमीटर लंबाई की बनने वाली सड़क के लिए भूमि पूजन भी किया।
  • इनकी रही उपस्थिति 
इस अवसर पर वन मंडल अधिकारी अभिनव पल्लव, बैहर एसडीएम तन्मय वशिष्ट शर्मा, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीतेश चौहान, तहसीलदार आर.पी. मार्को, उप संचालक कृषि राजेश खोबरागड़े, सहायक संचालक उद्यान सी.बी. देशमुख और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं को सुना गया।    
  • वनों का उतना ही दोहन करें जितनी की जरूरत : प्रधान मुख्य वन संरक्षक
प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील अग्रवाल ने इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग वनों की सुरक्षा करें और उनका उतना ही दोहन करें जितने की जरूरत है। जरूरत से अधिक दोहन करने पर जंगल खत्म हो जाएंगे और यह हमारे अस्तित्व के लिए दुर्भाग्यजनक होगा। यह क्षेत्र पूरे विश्व में कान्हा टाइगर रिजर्व के नाम से विख्यात है। वन विभाग वन्य प्राणियों की सुरक्षा के साथ-साथ वनों की सुरक्षा के लिए भी प्रयासरत है।  बालाघाट जिले के इस दूरस्थ गांव में सड़क बिजली की जो कुछ भी समस्याएं हैं, उनका वन विभाग समाधान करेगा।

  • समस्याओं का शीघ्र होगा समाधान : कलेक्टर
कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने इस अवसर पर ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा जो कुछ भी समस्याएं बताई गई है उनका शीघ्रता से समाधान किया जाएगा। गांव में मनरेगा के अंतर्गत स्टाप डैम, मेड़बंधान, तालाब गहरीकरण, सुदूर सड़क, प्रधान मंत्री आवास आदि के काम कराए जाएंगे । उन्होंने बताया कि ग्राम कटंगी 19 लाख एवं घुईटोला  के लिए 06 लाख रुपये की नल जल योजना स्वीकृत हो चुकी है और इसका काम भी शीघ्रता से प्रारंभ हो जाएगा। ग्राम घुईटोला में उचित मूल्य दुकान के भवन निर्माण का काम चल रहा है। इस गांव में किचन शेड का कार्य स्वीकृत कर दिया गया है। गांव के जिन बैगा आदिवासियों को आहार अनुदान योजना का लाभ नहीं मिल रहा है उनका सर्वे कर उन्हें शीघ्र लाभ दिलाया जाएगा। कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने बताया कि वे आगे भी इस गांव में आएंगे और यहां के विकास कार्यों पर नजर रखेंगे।

  • बैगा आदिवासियों को कंबल वितरण 
कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ मिश्रा द्वारा बैगा आदिवासियों को ठंड से बचने के लिए कंबल का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में ग्राम पंचायत के सरपंच रनू परते और उप सरपंच दुलारिन बाई के ने गांव की समस्याओं और आवश्यकताओं की ओर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया। ग्राम घुईटोला पहुंचे अधिकारियों ने स्कूली बच्चों के साथ दोपहर का भोजन भी किया।  भोजन में ग्रामीणों की ओर से कोदो का चावल विशेष रूप से परोसा गया था।
  • पारंपरिक नृत्य के साथ उनका स्वागत
छत्तीसगढ़ और मंडला जिले की सीमा से लगे इस गांव में अधिकारियों के पहुंचने पर बैगा ग्रामीणों ने पारंपरिक नृत्य के साथ उनका स्वागत किया। ग्राम पंचायत घुईटोला में ग्राम कटंगी, जंगलीखेड़ा, खिरसाड़ी को शामिल किया गया है।  उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ पंचायत चुनाव के दौरान इस गांव में पहुंचे थे और उसके बाद नवनिर्वाचित सरपंच एवं पंचों को शपथ दिलाने के लिए भी इस गांव में पहुंचे थे।
  • अधिकारियों की गाड़ियां मंडला जिले की सीमा में खड़ी थी और कार्यक्रम बालाघाट में
ग्राम घुई टोला छत्तीसगढ़ और मंडला जिले की सीमा पर बसा गांव है। इस गांव की अधिकांश आबादी विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा की है। इस गांव की सड़क का एक ओर का हिस्सा बालाघाट जिले में आता है तो दूसरी ओर का हिस्सा मंडला जिले में आता है। सड़क के दूसरी और बना मकान भी मंडला जिले में आता है। आज जब अधिकारियों का काफिला इस गांव में पहुंचा तो पता चला कि अधिकारियों की गाड़ियां मंडला जिले की सीमा में खड़ी थी और कार्यक्रम बालाघाट जिले की सीमा में हो रहा था।

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