शिवपुरी। सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता माखन धाकड़ बैराड़ नगर परिषद से नौ हजार पन्नों का जवाब लेने के लिए बैलगाड़ी से उसके कार्यालय पहुंचे। शिवपुरी जिले में बैराड़ कस्बे में रहने वाले धाकड़ को दो महीने के संघर्ष और 25 हजार रुपये का भुगतान करने के बाद जब प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के बारे में जवाब प्राप्त करने के वास्ते नगर परिषद के कार्यालय बुलाया गया तो वह उत्साहित हो गए और बैलगाड़ी पर सवार होकर बैंड बाजे के साथ उसके दफ्तर पहुंचे।
बैलगाड़ी पर बैंड बाजे के साथ परिषद कार्यालय जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। पत्रकारों से बात करते हुए धाकड़ ने कहा कि उन्होंने लगभग दो महीने पहले पीएमएवाई के बारे में जानकारी मांगने के लिए एक आवेदन दायर किया था लेकिन बैराड़ के स्थानीय निकाय ने इस बाबत सूचना देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि उन्हें नगर निकाय ने 25 हजार रुपये का भुगतान करने के लिए कहा था लेकिन भुगतान के बावजूद उन्हें जानकारी प्रदान नहीं की गई।
धाकड़ ने कहा कि इसके बाद उन्होंने ग्वालियर में उच्च अधिकारी के समक्ष अपील दायर की, जिसने नगर निकाय को उन्हें जानकारी प्रदान करने का आदेश दिया। आरटीआई कार्यकर्ता ने दावा किया कि उन्होंने अपने परिचितों से कर्ज लेकर पैसे की व्यवस्था की थी।
उन्होंने कहा कि जब उन्हें बताया गया कि जो जानकारी उन्होंने मांगी थी वह नौ हजार पन्नों की है और तैयार है, तो उन्होंने बैलगाड़ी पर सवार होकर और बैंड बाजे के साथ इस मौके को मनाने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि उन्हें और उनके चार दोस्तों को पन्ने गिनने में दो घंटे लगे। इस बारे में पूछे जाने पर बैराड़ नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी जेएन पारा ने बताया कि धाकड़ के शुल्क जमा करने के बाद ही नगर निकाय ने उन्हें जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि चार कर्मचारियों को काम सौंपा गया और कार्यकर्ता द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी की व्यवस्था करने में पांच दिन लग गए।
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