काशी–तमिल संगमम के यात्रियों का बैंड धुनों, चंदन के टीके और गुलाब से स्वागत




जबलपुर। काशी–तमिल संगमम की मिसाल बनी पहली ट्रेन न. 22535 के जबलपुर स्टेशन पहुंचने पर  ट्रेन में सफ़र कर रहे तमिल भाषीय यात्रियों का उत्तर–मध्य भारत की परंपरा से स्वागत पर यात्री भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर स्टेशन पर राज्यसभा सदस्य श्रीमती सुमित्रा बाल्मीक, विधायक अशोक रोहाणी, नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज, नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल, जी.एस. ठाकुर, जय सचदेवा, भरत कुम्हरे, अश्वनी परांजपे, रूपा राव, अर्चना अग्रवाल सहित रेल प्रशासन की ओर से अपर मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विश्व रंजन, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव, कमान्डेंट अरुण त्रिपाठी, वाणिज्य अधिकारी सुनील श्रीवास्तव, देवेश सोनी, मृत्युंजय कुमार, पंकज दुबे आदि ने समागम प्रतिनिधियों को  चंदन की टीका लगाकर गुलाब का फूल भेंटकर जोरदार स्वागत किया। स्वागत से अभिभूत सभी प्रतिनिधियों के चेहरे खुशी से खिले उठे। आरपीएफ द्वारा इस अवसर पर बजाई जा रही सुमधुर धुन पर सभी दक्षिण भारतीय शैली के  नृत्य करते हुए झूम उठे।
एर्नाकुलम से चेन्नई होकर जबलपुर आई इस ट्रेन में समागम से जुड़े 216 यात्री थे। जिसमें 40  युवा महिला यात्री सहित बड़ी संख्या में आईआईटी चेन्नई, एस.आर.एम. आदि  कालेजों के छात्र एवं छात्राएं भी शामिल थीं।  वे इन दिनों वाराणसी में 17 नवंबर से 16 दिसंबर तक महीने भर चलने वाला ‘काशी तमिल संगमम‘ कार्यक्रम आयोजित समारोह में जबलपुर से होकर जा रही थी। 
यात्रा के कोआर्डिनेटर गोपीनाथन, राधा कृष्न्नाणन, कन्ना  पड़वम, वीणा रानी ने इस यात्रा की प्रशंसा करते हुए इसे शैक्षणिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्तर पर शानदार पहल बताया। ये सभी यात्री कशी में बीएचयू के कार्यक्रम के प्राचीन अभिव्यक्तियों के विभिन्न पहलुओं पर अकादमिक आदान-प्रदान-सेमिनार, चर्चा आदि साझा मूल्यों को सामने लाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।   
इस अवसर पर श्री रंजन ने बताया कि काशी-तमिल संगमम की दूसरी ट्रेन का 21 नवम्बर को दोपहर 15 .30  बजे जबलपुर स्टेशन पर आगमन होगा।

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