अंकिता भंडारी हत्याकांड : एसआईटी के बजाय सीबीआई करे जांच, धरने पर बैठे माता-पिता


अंकिता भंडारी।-फाइल फोटो

देहरादून। उत्तराखंड के पौड़ी जिले में एक रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता भंडारी की हत्या की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने की मांग को लेकर उसके माता-पिता ने ऋषिकेश में धरना दिया। मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) पर दोषी को बचाने के दवाब में होने का आरोप लगाते हुए अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि उन्हें वर्तमान विवेचना पर भरोसा नहीं है लेकिन मामले को सीबीआई को सौंपे जाने की उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 
अंकिता के लिए इंसाफ की मांग को लेकर सामाजिक संगठन 'युवा न्याय संघर्ष समिति' द्वारा ऋषिकेश में जारी आंदोलन में भंडारी ने अपनी पत्नी सहित हिस्सा लिया और कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर भी बैठे। इस सामाजिक संगठन से जुड़े लोग अंकिता के लिए न्याय की मांग को लेकर ऋषिकेश के कोयल घाटी क्षेत्र में पिछले एक माह से धरने पर बैठे हैं और क्रमबद्ध तरीके से उपवास कर रहे हैं। 
अंकिता के पिता ने आरोप लगाया, ‘‘मामले में अपराध के एक दिन बाद ही तत्काल सबूत नष्ट कर दिए गए। यहां तक कि रिजॉर्ट से सटी फैक्ट्री के कमरों, जहां आरोपी रहता था, में भी आग लगा दी गयी। हमें एसआईटी की जांच पर भरोसा नहीं है।'' 
उन्होंने सवाल उठाया कि जब सबूत ही नष्ट हो गए हैं तो दोषी को सख्त सजा कैसे मिलेगी। भंडारी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें मुकदमा फास्ट ट्रैक अदालत में चलाए जाने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।

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