नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में सात आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को अपना पहला आरोप पत्र दाखिल किया। सीबीआई ने बताया कि आरोप पत्र में दो गिरफ्तार कारोबारी, एक समाचार चैनल का प्रमुख, हैदराबाद निवासी एक शराब कारोबारी, दिल्ली निवासी एक शराब वितरक और आबकारी विभाग के दो अधिकारी शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी की जांच अभी जारी है। सीबीआई की प्राथमिकी में सिसोदिया का नाम लिया गया था लेकिन उनका नाम आरोप पत्र में शामिल नहीं हैं। एजेंसी द्वारा जांच संभालने के 60 दिन के अंदर आरोपपत्र दायर किया गया है।
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आबकारी नीति घोटाला मामले को 'फर्जी' करार दिया और आरोप लगाया कि इसमें उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को फंसाने का प्रयास किया गया जबकि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को अपनी जांच में उनके खिलाफ कुछ भी नहीं मिला।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘सीबीआई आरोप पत्र में मनीष (सिसोदिया) का नाम नहीं । पूरा मामला फर्जी। छापे में कुछ नहीं मिला। 800 अफसरों को चार महीने की जांच में कुछ नहीं मिला। मनीष ने शिक्षा क्रांति से देश के करोड़ों गरीब बच्चों को अच्छे भविष्य की उम्मीद दी। मुझे दुःख है ऐसे शख्स को झूठे केस में फंसा कर बदनाम करने की साज़िश रची गयी।'
सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में 7 आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को पहला आरोप पत्र दाखिल किया।
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