काशी-तमिल संगमम के तमिल भाषी रेल यात्रियों का जबलपुर में स्वागत



जबलपुर। रामेश्वरम से चलकर जबलपुर होकर बनारस (काशी) जा रही ट्रेन न. 22535 में सफ़र कर रहे दक्षिण भारत के यात्रियों का जबलपुर रेलवे स्टेशन पर पश्चिम मध्य रेल महिला कल्याण संगठन जबलपुर द्वारा तिलक और गुलाब के फूल से स्वागत किया गया।  
  • रेल सुरक्षा बल के बैंड दल ने मधुर धुन से की आगवानी 
काशी-तमिल संगमम के चलते उक्त 16 वीं ट्रेन के स्टेशन पर आते ही रेल सुरक्षा बल के बैंड दल द्वारा मधुर धुन से स्वागत गीत प्रस्तुत करके संगमम के यात्रियों का स्वागत किया। इस अवसर पर पश्चिम मध्य रेल महिला कल्याण संगठन जबलपुर की अध्यक्ष श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव श्रीमती रेनू रंजन और ट्रेजरार श्रीमती राधा गुप्ता सहित रेलवे के सीनियर डीसीएम विश्व रंजन, मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील श्रीवास्तव, स्टेशन निदेशक मृत्युंजय कुमार, पंकज कुमार दुबे आदि उपस्थित रहे।  


  • भारत सरकार की एक पहल : श्रीमती गुरमीत कौर
इस अवसर पर श्रीमती कौर ने कहा कि काशी तमिल संगमम आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में भारत सरकार की एक पहल है। यह ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ की भावना का  तमिल भाषा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के उत्सव के रूप में काशी में आयोजित हो रहा है, जिसमें शामिल होने जा रहे यात्रियों का जबलपुर स्टेशन पर पारंपरिक स्वागत किया गया है।  
  • कार्यक्रम का उद्देश्य सो संस्कृतियों को करीब लाना : श्रीमती रेनू रंजन
कार्यक्रम में महिला कल्याण संगठन की सचिव श्रीमती रंजन ने बताया कि उक्त यात्रा का उद्देश दक्षिण तथा उत्तर भारतीय संस्कृति की दो प्राचीन अभिव्यक्तियों के विभिन्न पहलुओं पर विशेषज्ञों के बीच अकादमिक आदान-प्रदान-सेमिनार तथा चर्चा आदि  उद्देश्य को लेकर सांस्कृतिक परंपराओं को करीब लाना, और क्षेत्रों के बीच लोगों के बंधन को गहरा करना है।
उल्लेखनीय है कि काशी और तमिलनाडु के बीच ज्ञान के पुराने बंधन और प्राचीन सभ्यतागत जुड़ाव को फिर से खोजने के लिए वाराणसी में 17 नवंबर से काशी तमिल संगमम कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमे विभिन्न ट्रेनों से तमिलनाडु के लगभग 2592 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।  

Post a Comment

और नया पुराने