महाभारत के लाक्षागृह से प्रेरित छात्राओं ने जानी लाख खेती की तकनीक

शासकीय होम साइंस कॉलेज के प्राणीशास्त्र विभाग में दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ


जबलपुर। अथर्ववेद में लाख की चर्चा, महाभारत में लाक्षागृह, आइन-ए-अकबरी में लाख की बनी वार्निश के वर्णन को देखते हुए शासकीय होम साइंस कॉलेज के  प्राणीशास्त्र विभाग द्वारा वर्ल्ड बैंक योजना के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया l जिसमें प्रथम दिन आज की छात्राओं को कृषि-व्यवसाय प्रबंधन संस्थान, जवाहर लाल नेहरु  कृषि विश्वविद्यालय में लाख के खेती एवं स्टार्टअप योजना को जानने शैक्षणिक भ्रमण किया l जहाँ छात्राओं ने लाख की खेती, स्टार्टअप योजना एवं विभिन्न औषधीय पौधों के बारे में जाना l इस अवसर पर संस्थान के निर्देशक डॉ. मोनी थॉमस ने कहा कि इन शैक्षणिक दौरों के माध्यम से छात्राएं  इतिहास, विज्ञान शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से समझ पाते हैं। इसकेसाथ साथ ही समूह में रहने, कार्य करने तथा नायक बनने के गुणों का विकास होता हैं। यह कार्यशाला प्राचार्य डॉ. नंदिता सरकार के निर्देशन, विभागाध्यक्ष डॉ. रीता सोलंकी के मार्गदर्शन पर हुआ l डॉ. सोलंकी ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण को पाठ्यक्रम का अहम हिस्सा माना गया हैं। किसी खुले स्थल पर स्वच्छ वातावरण में शैक्षणिक भ्रमण से नए अनुभव पाते हैं। संयोजक डॉ. साधना केशरवानी ने बताया कि घूमने से न केवल सिर्फ ज्ञान वृद्धि होती हैं बल्कि मानसिक रूप से भी व्यक्ति तंदरुस्त भी बनता हैं l भ्रमण कार्यक्रम में बी.एससी अंतिम वर्ष की 45 छात्राएं एवं 14 प्राध्यापकों का दल भ्रमण हेतु गया l डॉ. साधना केशरवानी एवं कार्यशाला में तकनीकी  सहयोग दे रहे डॉ. अर्जुन शुक्ला द्वारा शैक्षणिक भ्रमण स्मारिका का विमोचन भी किया जायेगा, जिसमें छात्राएं कार्यशाला के दौरान प्राप्त अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करेंगी l भ्रमण कार्यक्रम में दल प्रभारी के रूप में प्राणीशास्त्र विभाग की डॉ. रश्मि सिंग्रोरे, डॉ. नम्रता, डॉ. वर्षा, डॉ. नीतू, डॉ. सूजा, डॉ. अजेन्द्र, श्रद्धा खापरे, डॉ. मनीला, डॉ. तिलोत्तमा, अमृता जाधव, चित्रा मरावी और जीतेन्द्र का विशेष सहयोग रहा l

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