नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कहा कि 2023 और 2024 हमारे लिए अहम है। 2023 में 9 राज्य में चुनाव हैं और हमें सभी जगह जीत हासिल करनी है। कार्यकर्ता 2024 पर अभी से लग जाएं। यह सुनिश्चित करने के लिए काम करें कि पार्टी 2023 में कोई भी राज्य विधानसभा चुनाव न हारे।
कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में 2023 विधानसभा चुनाव होने हैं। पूर्वोत्तर राज्यों-नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय में सबसे पहले विधानसभा चुनाव होंगे। नौ राज्यों के विधानसभा चुनावों के अलावा, केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव इस साल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
- 9 प्रदेशों में चुनाव लड़ना बहुत महत्वपूर्ण
भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि नड्डा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि 2023 हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, हमें 9 प्रदेशों में चुनाव लड़ना है। उन्होंने कार्यकारिणी से आह्वान किया कि चुनाव के लिए कमर कस लें, हमें सभी 9 राज्यों में जीत दर्ज करनी है। भाजपा ने 160 हारी सीट पर फोकस करना शुरू किया है।
देशभर के 100 लोकसभा क्षेत्रों में 72 हजार बूथ चिन्हित किए गए थे जहां भाजपा कमजोर थी और जहां हमें पहुंचना था लेकिन हम 1 लाख 30 हजार बूथों तक पहुंचे और पार्टी की नीतियों का प्रसार किया। दयानंद सरस्वती जी के 200 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 13 फरवरी को एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
सरस्वती जी के आदर्शों पर चलते हुए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को सशक्त करने का कार्य किया गया है। गुलामी के दुर्भायपूर्ण अतीत को समाप्त करते हुए 75 साल तक चले 'राजपथ' को बदल कर हमने 'कर्तव्य पथ' किया, अपनी परंपराओं पर गर्व करते हुए हुए काशी कॉरिडोर बना, महाकाल लोक बना, केदारनाथ का वैभव पुनर्स्थापित हुआ और अब राम मंदिर बन रहा है।
- प्रदर्शनी में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य पर विशेष ध्यान
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी स्थल पर लगाई गई एक प्रदर्शनी में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य पर विशेष ध्यान दिया गया है। दो दिवसीय कार्यकारिणी सोमवार को यहां स्थित नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के कनवेंशन सेंटर में आरंभ हुई।
प्रदर्शनी मोटे तौर पर छह विषयों पर आधारित है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा को संस्कृति के ध्वजवाहक के रूप में दिखाया गया है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे पार्टी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और काशी विश्वनाथ और महाकालेश्वर मंदिरों के कायाकल्प द्वारा भारत की प्राचीन संस्कृति को संरक्षित और बहाल किया है।
प्रदर्शनी में भाजपा ने इस बात पर भी प्रकाश डाला है कि भारत कैसे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘‘विश्व गुरु’’ के रूप में उभर रहा है। प्रदर्शनी में पार्टी के राष्ट्रवादी एजेंडे, भारत को मजबूत करने के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए विभिन्न उपायों और विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान पार्टी द्वारा किए गए कल्याण और सार्वजनिक सेवा कार्यों को प्रदर्शित किया गया है।
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