जबलपुर। भारत देश में बढ़ती हुई बेरोजगारी के कारणों को जानने के लिए जब जबलपुर के जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि शिक्षा संस्थान शिक्षा देने का काम करते हैं और यह माना जाता है कि जो विद्यार्थी शिक्षा संस्थानों से शिक्षा लेकर जाता है। उसको शासकीय सभी योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए पात्र हो जाता है। अगर वह शिक्षित हो गया है तो वह रोजगार की दिशा में प्रयास कर सकता है। शिक्षा संस्थानों का सीधा काम रोजगार देना नहीं है। शिक्षा प्राप्त करने के बाद व्यक्ति शिक्षित हो जाता है और वह अपना कोई भी रोजगार कर सकता है और एक शिक्षित व्यक्ति बेहतर रोजगार कर सकता है और बेहतर शिक्षा से ही बेरोजगारी की समस्या का समाधान हो सकता है।
- बेरोजगारी के समाधान के लिए सर्वे
भारत देश में बढ़ती हुई बेरोजगारी के कारणों को जानने के लिए एवं नगर वासियों की उसके निराकरण के लिए क्या राय है, यह जानने के लिए स्वयं शैक्षणिक संगठन द्वारा ओपन बेरोजगारी सर्वे किया जा रहा है। जिसमें अभी तक विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के संचालकों शिक्षकों एवं विद्यार्थियों बेरोजगारी की समस्या के कारण एवं समाधान के लिए उनकी राय मांगी जा रही है। आयोजकों का मानना है कि निश्चित ही इस सर्वे से कोई बेहतर निराकरण निकल कर आएगा एवं यदि कोई ऐसा निराकरण मिल जाए, जिससे कि बेरोजगारी की समस्या पूर्णत: खत्म हो जाए तो निश्चित ही यह एक बहुत बड़ा काम हो सकता है।
एक टिप्पणी भेजें