पैसेंजर ट्रेन बचाओ संघर्ष समिति का गठन, पहली बार होगा अनूठा विरोध प्रदर्शन
नैनपुर। राजनीतिक दलों की उदासीनता और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के चलते नैनपुर के युवाओं ने अब नागपुर डिवीजन के अंतर्गत आने वाली समस्त रेल समस्याओं को दिल्ली तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। इसी के तहत नैनपुर में पैसेंजर ट्रेन बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया है। जिसमें राजेंद्र विश्वकर्मा अध्यक्ष, अभिलाष कांत झारिया उपाध्यक्ष, हरीश तिवारी उपाध्यक्ष, निखिल खटीक उपाध्यक्ष, महेंद्र हटटेल सचिव, गजानंद प्रजापति सह सचिव, इबरार कुरेशी सह सचिव, सौरभ साहू कोषाध्यक्ष, आनंदित साहू सहकोषाध्यक्ष, स्वप्निल राय सहकोषाध्यक्ष, हीरेंद्र बघेले सहकोषाध्यक्ष, पवन ठाकुर मीडिया मित्र और विकास शुक्ला को इस समिति का संयोजक बनाया गया है। समिति 1 माह तक रेल से संबंधित समस्याओं को स्टेशन मास्टर को सौंपेगी और उनका प्रति उत्तर नागपुर या दिल्ली से ना मिलने पर हर माह के रविवार को वही ज्ञापन जानवरों को सौंपेगी। इस रविवार को जो ज्ञापन स्टेशन मास्टर को सौंपा गया है, उसमें नैनपुर से मंडला सुबह 9 और शाम 5 बजे नियमित मेमू ट्रेन चलाने, नैनपुर गोंदिया से रेलवे की राजस्व को हानि हो रही है, इसे बंद कर मेमू/पैंसेजर ट्रेन चलाई जाए। नैनपुर स्टेशन में डिस्प्ले बोर्ड ना होने का कारण रेल यात्रियों को प्रतिदिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में चल रही एक्सप्रेस में कोच ढूंढने में समय लगता है और बंद पड़ी पैसेंजर ट्रेन को पुनः चालू करने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने में विशाल मर्सकोले, कमल दुबे, वैभव जायसवाल, आम नागरिक भी शामिल रहे।
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