मध्य प्रदेश में तेज गति से दौड़ा रेल बजट का इंजन, पमरे का खजाना लबालब

मध्य प्रदेश को मिला ऐतिहासिक रेल बजट, 13,607 करोड़ का रिकार्ड आवंटन
पश्चिम मध्य रेल को बजट में मिला रिकार्ड 8874.70 करोड़ का आवंटन


जबलपुर। केन्द्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्राॅनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने रेल मंत्रालय से रेल बजट 2023-24 को लेकर वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जोनल रेलवे को स्टेट वाइज आवंटन खर्च एवं प्राप्तियों का विवरण प्रदान किया गया। कॉन्फ्रेंस के दौरान रेलमंत्री ने मध्य प्रदेश राज्य को बजट 2023-24 में 13607 करोड़ आवंटन के बारे में जानकारी दी, जो कि वर्ष 2009 से 2014 के औसत आवंटन 632 करोड़ से 21.5 गुना अधिक है। इस बजट आवंटन से मध्य प्रदेश राज्य में रेल की विभिन्न परियोजनाओं एवं अधोसंरचनात्मक कार्यों के साथ-साथ रेलवे के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी। 
इसी तारतम्य में पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता ने पमरे मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से रूबरू हुए। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर महाप्रबंधक शोभन चौधुरी, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक राजेश पाठक, प्रमुख मुख्य अभियंता ए. के. पाण्डेय, वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी (वित्त एवं बजट) श्रीमती दीपा चावला, मंडल रेल प्रबंधक जबलपुर विवेक शील, मुख्य योजना एवं अभिकल्पना इंजीनियर दिनेश चन्द, सचिव/महाप्रबंधक राहुल जयपुरियार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विश्वरंजन, उपमहाप्रबंधक (सामान्य) अनुराग पाण्डेय भी उपस्थित रहे।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पमरे महाप्रबंधक द्वारा पश्चिम मध्य रेल के बजट 2023-24 (पमरे पिंक बुक की हाईलाइट्स) के मुख्य बिंदुओं से मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत कराते हुए मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। बजट 2023-24 के अंतर्गत पमरे की विभिन्न परियोजनाओं एवं अन्य खर्चे हेतु बजट का आवंटन निम्न प्रकार से किया गया है:- 
पमरे को बजट 2023-24 में नेट प्लान आउटले कुल रुपये 8,874.70 करोड़ का है। जबकि पिछले वर्ष 2022-23 में नेट प्लान आउटले कुल रुपये 4,228 करोड़ था। इस प्रकार इस वर्ष रुपये 4646.70 करोड़ से अधिक का रेल बजट प्राप्त हुआ है। 
  •  नई लाइनों का निर्माण - रुपये 2014 करोड़।
  •  दोहरीकरण/तिहरीकरण -  रुपये 1521.30 करोड़।
  •  ट्रैफिक फेसीलिटिस - रुपये 114.71 करोड़।
  •  रोड सेफ्टी वर्क (लेवल क्राॅसिंग) - रुपये 18.74 करोड़।
  •  रोड सेफ्टी वर्क (आरयूबी/आरओबी) - रुपये 574.03 करोड़। 
  • ट्रैक रिन्यूवल - रुपये 1090 करोड़। 
  •  ब्रिज वर्क/टनल वर्क - रुपये 100 करोड़।
  • सिगनल एंड टेलीकम्युनिकेशन - रुपये 207.10 करोड़।
  • इलेक्ट्रिकल वर्क - रुपये 106.07 करोड़ 
  • कस्टमर एमेनिटीस- रुपये 250.10 करोड़।
  • अन्य योजनाओं के अंतर्गत- रुपये 2878.25 करोड़।
नई लाइन एवं दोहरीकरण/तिहरीकरण परियोजनाः-
  • ललितपुर-सिंगरौली नई लाइन (541 किमी) के लिए - रुपये 700 करोड़।
  • रामगंजमंडी-भोपाल नई लाइन  (262 किमी) के लिए - रुपये 800 करोड़।
  • इंदौर-जबलपुर नई लाइन (342 किमी) के लिए - रुपये 514.40 करोड़।
  • बुदनी-बरखेड़ा तीसरी लाइन (33 किमी) - रुपये 50 करोड़।
  • कटनी-सिंगरौली (261 किमी) दोहरीकरण के लिए - रुपये 400 करोड़।
  • बीना-कटनी (279 किमी) तीसरी लाइन - रुपये 565 करोड़।
  • सतना-रीवा (50 किमी) - रुपये 55 करोड़।
  • कटनी ग्रेड सेपरेटर वायडक्ट (21.5 किमी) - रुपये 300 करोड़। 
  • पवारखेड़ा-जुझारपुर सिंगल लाइन फ्लाई ओवर (16 किमी.)- रूपये 50 करोड़।
  • अन्य परियोजनाओं के लिए - रूपये 101.30 करोड़।  
ट्रैफिक सुविधाः- 
  • इटारसी नार्थ साउथ ग्रेड सेपरेटर/फ्लाई ओवर यार्ड रिमोडलिंग सहित - रूपये 15 करोड़।
  • मदनमहल स्टेशन कोचिंग टर्मिनल एवं हाउबाग स्टेशन कोचिंग काम्पलेक्स - रुपये 15 करोड़। 
  • अन्य ट्रैफिक सुविधाओं के लिए - रूपये 84.71 करोड़।

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