पवन खेड़ा को विमान से उतारकर हिरासत में लिया, सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत

 पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी



नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में भाग लेने के लिए रायपुर जा रहे पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को बृहस्पतिवार को रायपुर जाने वाले विमान से नीचे उतार दिया गया और बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। राहत के लिए वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। शीर्ष अदालत ने उन्हें 28 फरवरी तक अंतरिम जमानत पर रिहा करने का निर्देश दिया। खेड़ा की तरफ से उच्चतम न्यायालय को बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणियों को लेकर उनके खिलाफ वाराणसी, लखनऊ और असम में कई प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। पवन खेड़ा ने उच्चतम न्यायालय से कहा कि उन्हें रायपुर जाते समय विमान से उतार दिया गया।

कांग्रेस ने खेड़ा को विमान से उतारे जाने को तानाशाही करार दिया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'पहले ईडी ने रायपुर में छापेमारी की, अब पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस द्वारा रायपुर के जहाज़ से उतारा गया है। तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही है।' उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार हमारे राष्ट्रीय महाधिवेशन को बाधित करना चाहती है। हम डरने वाले नहीं हैं, देशवासियों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।' इससे पहले, दिल्ली से रायपुर जाने वाली इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई 204 से खेड़ा को उतारा गया तो कांग्रेस के कई नेता विरोध में नीचे उतर गए और धरने बैठ गए। कई कांग्रेसी नेताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

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