कूनो में नामीबिया से भारत लाए गए चीते ने चार शावकों को जन्म दिया


नई दिल्ली। नामीबिया से भारत लाए गए चीतों में से एक चीते ने चार शावकों को जन्म दिया है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को यह जानकारी दी। यादव ने ‘अमृत काल' के दौरान भारत के वन्यजीव संरक्षण इतिहास में इसे महत्वपूर्ण पल बताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत 17 सितंबर 2022 को भारत लाए गए चीतों में से एक मादा चीते ने चार शावकों को जन्म दिया है।' 
मंत्री ने पारिस्थितिकी के लिहाज से अतीत में की गई गलतियों को सुधारने और चीतों को भारत लाने के अथक प्रयासों के लिए ‘प्रोजेक्ट चीता' की पूरी टीम को बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया से लाए गए पांच मादा और तीन नर चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को अपने 72वें जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा था। इनमें से एक मादा चीता ‘साशा' की गुर्दे की बीमारी के कारण गत सोमवार को मौत हो गयी थी। मध्य प्रदेश के वन एवं वन्यजीवन अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी। दक्षिण अफ्रीका से लाकर 18 फरवरी को भी कूनो में 12 अन्य चीतों को छोड़ा गया था। भारत में अंतिम चीते की मृत्यु वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1947 में हुई थी और भूमि पर सबसे तेज दौड़ने वाले जानवर को 1952 में देश में विलुप्त घोषित किया गया था।

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