प्रयागराज | उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में शामिल तीन युवकों को पुलिस ने मौके पर ही पकड़ लिया था। 16 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर अरुण मौर्य, सन्नी सिंह और लवलेश तिवारी को प्रयागराज की अदालत में पेश किया गया।
अदालत में पेशी के बाद माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर अरुण मौर्य, सन्नी सिंह और लवलेश तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बता दें कि पुलिस कस्टडी में स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार देर रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जाते समय माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मेडिकल कॉलेज के पास मीडिया कर्मी बनकर आए तीन बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने खुद को पत्रकार के रूप में पेश किया और उनके पास नकली कैमरा, माइक आईडी और जाली पहचान पत्र भी थे। हमले में शामिल तीन लोगों को मौके पर ही पकड़ लिया गया।
तीनों हमलावर लवलेश तिवारी, शनि और अरुण मौर्य बाइक पर सवार होकर मीडियाकर्मी बनकर आए थे और घटना को अंजाम देने के बाद सरेंडर कर दिया। अब पुलिस इन तीनों का इतिहास खंगाल रही है। हत्याकांड के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश देते हुए तीन सदस्यीय जांच आयोग के गठन के निर्देश दिए हैं। वहीं, घटना के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के संबंध में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच समिति का गठन किया गया है। समिति दो महीने में सरकार को रिपोर्ट देगी। समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद एचसी के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे, जिसमें सेवानिवृत्त आईपीसी अधिकारी सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी शामिल हैं।
गैंगस्टर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ के शव को कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच उनके शवों को कब्रिस्तान लाया गया। इस दौरान अतीक के दो छोटे बेटे भी मौजूद रहे। दोनों को बाल सुधार गृह से पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया था। अतीक के जनाजे की नमाज में केवल करीबी रिश्तेदार शामिल हुए।
एक टिप्पणी भेजें