बेंगलुरु | कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा की कुल 224 सीटों में से जिन 189 सीटों पर उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। उसमें करीब 52 सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं। उन्हीं सीट में उडुपी विधानसभा क्षेत्र की सीट भी शामिल हैं। जहां से मौजूदा भाजपा विधायक रघुपति भट का टिकट कट गया है। प्रत्याशियों की सूची में अपना नाम न देखकर बेहद मर्माहत रघुपति भट ने पार्टी पर धोखा देने और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
उडुपी विधायक रघुपति भट ने लगभग रोते हुए अपने दुख का इजहार किया और सीधा आरोप लगाया कि भाजपा को कर्मठ और जूझारू लोग नहीं चाहिए। इतनी ही नहीं भट ने यहां कर आरोप लगाया कि जो लोग टिकट के लिए मोर्चाबंदी किये थे, पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया और ईमानदार विधायकों को दरकिनार कर दिया। विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी मैदान से बाहर होने के बाद विधायक रघुपति भट ने बुधवार को कहा कि पार्टी के ऐसे व्यवहार से उन्हें बहुत पीड़ा हुई है।
उडुपी में अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए रघुपति भट ने कहा, "अगर पार्टी मुझे 3 या फिर 6 महीने पहले बता दी होती कि जाति के कारण मेरा टिकट काट दिया जाएगा तो मैं भी ईश्वरप्पा की तरह राजनीति से सन्यास ले लेता, लेकिन आखिरी समय तक पार्टी की ओर से कहा गया कि कम से कम 2 ब्राह्मणों को टिकट दिया जाएगा, मुझे नहीं मिला क्योंकि मैंने टिकट के लिए लॉबिंग नहीं की।"
भट पत्रकारों से बात करते हुए फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा टिकट काट दिया, कोई बात नहीं कम से कम जिला अध्यक्ष मुझे पार्टी के फैसले के बारे में सूचित तो करते। पार्टी से किसी ने मुझे फोन नहीं किया, टेलीविजन चैनलों से मुझे पता चल रहा है कि उडुपी का टिकट किसी ओर को दिया गया है।
उन्होंने कहा, "जगदीश शेट्टार का टिकट काटने के बाद कम से कम अमित शाह ने उन्हें फोन तो किया। अमित शाह भले ही मुझे न फोन करें, न बुलाएंगे, लेकिन कम से कम उडुपी के भाजपा जिलाध्यक्ष को तो बताना चाहिए था। मेरा टिकट केवल मेरी जाति के कारण काटा गया है और इसके लिए मैं कतई मानने वाला नहीं हूं।"
भाजपा विधायक भट ने कहा कि भाजपा को उनके जैसे मेहनत करने वाले लोगों की जरूरत नहीं है, जबकि उन्होंने सबसे कठिन समय में पार्टी के लिए काम किया है और उसे आज यहां कर पहुंचाया है। पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार यशपाल सुवर्णा को "अपना बच्चा" कहते हुए भट ने कहा कि सुवर्णा बहुत अच्छे इंसान हैं। लेकिन पार्टी द्वारा खुद के साथ किये ऐसे बर्ताव के बारे में भट ने कहा कि वह अभी बहुत सदमे में हैं, लेकिन जल्द ही अपने समर्थकों से बात करके आगे की रणनीति पर काम करेंगे।
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