गोंडा। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने उनके खिलाफ नयी दिल्ली के जंतर-मंतर पर शीर्ष पहलवानों के धरने को राजनीति से प्रेरित बताया। देश के शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग करते हुए 23 अप्रैल से एक बार फिर जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया है। बृजभूषण पर महिला पहलवानों को धमकाने और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये गए हैं।
बृजभूषण ने सपा के प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के रुख की सराहना करते हुए कहा कि सपा धरने से नहीं जुड़कर सच्चाई के साथ खड़ी है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) सहित अन्य विपक्षी दलों ने पहलवानों को समर्थन दिया है और इन पार्टी के नेताओं ने प्रदर्शन स्थल पर पहलवानों से मुलाकात की। हालांकि समाजवादी पार्टी ने धरने से किनारा कर लिया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘धरना दे रहे पहलवान कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के खिलौने बन गए हैं। उनका मकसद मेरा इस्तीफा नहीं है, बल्कि यह केवल राजनीतिक है।’ उन्होंने कहा, ‘प्रदर्शन करना उनका अधिकार है लेकिन क्या रेलवे से जुड़ा कोई खिलाड़ी इस तरह धरने पर बैठ सकता है? जहां पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए जा रहे हैं।’
- दीपेंद्र हुड्डा और बजरंग पूनिया पर निशाना
विश्नोहरपुर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में बृजभूषण ने आरोप लगाया कि ‘यह पूरी साजिश कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा और पहलवान बजरंग पूनिया ने रची है। बृजभूषण ने बजरंग पूनिया पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा, ‘उन्होंने (बजरंग) 4 महीने तक आरोप लगाने वाली नाबालिग लड़की की तलाश की। इससे जुड़ा एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें साफ तौर पर साजिश की बात सामने आ रही है।’ उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा जो शुरू से इस कहानी के कथाकार हैं, वही प्रियंका गांधी को बहकाकर ले आए। जिस दिन प्रियंका को सच्चाई पता चलेगी, जांच की रिपोर्ट आ जाएगी, उन्हें महसूस होगा कि मुझे नहीं जाना चाहिए था।’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रियंका गांधी गलतफहमी में हैं। मैं उन्हें खुली चुनौती देता हूं कि कैसरगंज, गोंडा, श्रावस्ती या आसपास की किसी भी लोकसभा सीट से मेरे सामने चुनाव मैदान में उतर जाएं। सारी गलतफहमी दूर हो जाएगी।’ बृजभूषण ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर भी निशाना साधा। भाजपा सांसद ने एक उद्योगपति का नाम लिए बगैर गंभीर आरोप लगाए।
إرسال تعليق