बेंगलुरू। दक्षिणी राज्य में प्रचंड जीत के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारैमया और डीके शिवकुमार के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। हालांकि कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने अचानक अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया। 61 वर्षीय नेता ने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि गेंद अब केंद्रीय नेताओं के पाले में है और उन्हें यह स्वीकार करना चाहिए कि जीत के पीछे कौन है।
एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान डीकेएस ने कहा, सोनिया गांधी ने मुझसे कहा, मुझे आप पर भरोसा है कि आप कर्नाटक का उद्धार करेंगे। मैं यहां बैठा हूं, अपनी नियमित जिम्मेदारी निभा रही हूं। इस चीज को पहचानने के लिए आपके पास थोड़ा शिष्टाचार होना चाहिए कि इस जीत के पीछे कौन था। उन्होंने कहा, "मैं बच्चा नहीं हूं। मेरी अपनी सोच है। अपना विजन है। मेरी ईमानदारी है। मैं बगावत नहीं करता। ब्लैकमेल नहीं करता। सिद्धारमैया को मेरी शुभकामनाएं, उनके पास पर्याप्त संख्याबल है।
वहीं सिद्धारमैया पहले से ही राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को पहुंचे गए हैं, वे पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं से मिलने की उम्मीद है। पार्टी के विधायकों के मूड को भांपने के लिए कांग्रेस द्वारा तैनात नेताओं द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद केंद्रीय नेताओं ने दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाया था।
इससे पहले सोमवार को शिवकुमार ने दावा किया था कि उनके पास "संख्या" है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "कल 135 विधायकों ने अपनी राय दी है और एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया है। कुछ ने अपनी व्यक्तिगत राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा, मेरे नेतृत्व में कांग्रेस ने 135 सीटें जीती हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 135 सीटें अपने नाम की, जबकि बीजेपी को 66 में ही सिमट गई और जेडीएस के खाते में मात्र 19 ही सींटें आईं।
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