इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पिछले एक साल से पत्रकारों, मीडिया पेशेवरों और मीडिया संगठनों के खिलाफ धमकियों तथा हमलों के करीब 140 मामले दर्ज किए गए। जिनमें 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गयी है।
मीडिया राइट्स वॉचडॉग फ्रीडम नेटवर्क की वार्षिक पाकिस्तान प्रेस फ्रीडम रिपोर्ट में डॉन को बताया कि इस्लामाबाद में पत्रकारिता करना सबसे ज्यादा जोखिम भरा काम है क्योंकि पत्रकारों कुल हमलो में से 56 यानी 40 प्रतिशत हमले यहीं हुए है। इसके बाद दूसरे स्थान पर पंजाब प्रांत आता है जहां 35 हमले (25 प्रतिशत) हुए। इसके बाद सिंध में 32 (23 प्रतिशत) हमलों के मामले सामने आए हैं।
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