हरदुली पंचायत के सामुदायिक पौधारोपण से निकल आए भ्रष्टाचार के पेड़

सोशल ऑडिट में खुली भ्रष्टाचार की परतें, हितग्राही  खुद करवा रहा जांच 
6 साल बाद भ्रष्टाचार का जिन्न आया बोतल से बाहर 
रोजगार गारंटी योजना से 6 साल पहले हुआ था पौधारोपण का कार्य 



बरगी नगर/अक्षर सत्ता l राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून में 100 दिन के रोजगार का वादा और  दावा भले ही ग्राम पंचायतें अपने कार्यकाल में करती रहीं हों, पर गरीब मजदूरों के लिए अपनी ग्राम पंचायत में 100 दिन का काम पाना किसी बड़े सब्जबाग से कम नहीं l

गौरतलब है कि रोजगार गारंटी योजना की हकीकत धरातल पर बहुत ही चौंकाने वाली है, जिसमें रोजगार के नाम पर कुछ काम तो मिल ही जाता है पर मजदूरी की कोई गारंटी नहीं है और तो और मध्यप्रदेश शासन की इस योजना के इतने महत्वपूर्ण होने के बावजूद घोटालों और भ्रष्टाचार ने इस योजना की साख पर ही बट्टा लगा दिया है। ऐसा ही एक मामला इन दिनों ग्राम पंचायत हरदुली के बरगी नगर में तूल पकड़ रहा है।

जानकारी के मुताबिक पर्यावरण को हरा-भरा रखने तथा समुदाय को अपने घर पर ही रह कर मनरेगा के अंतर्गत मजदूरी भुगतान की योजना से लाभान्वित करने की मंशा से वर्ष 2017 में ग्राम पंचायत हरदुली बरगी नगर के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 17 में रहने वाले पूनाराम पाठक की बाड़ी (छिंदवाहा मोहल्ले ) में सामुदायिक पौधारोपण कार्यक्रम चलाया गया था पर शायद पूनाराम पाठक भी यह नहीं जानते थे कि इस महत्वकांक्षी परियोजना में भारी भ्रष्टाचार करते हुए उन्हें अंधेरे में रखा जाएगा तथा पौधारोपण जैसे महत्वपूर्ण कार्य पर सरपंच सचिव तथा ग्राम रोजगार सहायक अपनी पूरी मनमानी करेंगे।

इस संबंध में पौधारोपण के हितग्राही पूनाराम पाठक ने बताया कि प्लांटेशन की परियोजना अवधि 5 वर्ष थी जिसमें उन्होंने अपने लगभग 12 मजदूर साथियों के साथ मिलकर 5 साल भरपूर मेहनत और श्रम करते हुए पौधारोपण कार्य को अंजाम दिया। उक्त परियोजना को 6 साल बीत गए और आज तक बहुत सारे मजदूर साथियों को मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ उन्हें और उनकी पत्नी को भी कम राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने इस संबंध में ग्राम पंचायत से कई बार शिकायत और चर्चा की पर कोई निराकरण नहीं हुआ पर 1 दिन अचानक जब ग्राम पंचायत में ग्रामसभा और सोशल ऑडिट की टीम द्वारा उक्त कार्य पर सवाल जवाब और छानबीन शुरू की गई तो व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार के पौधे निकल आए। जिसकी जांच के लिए पूनाराम पाठक ने जबलपुर जिले के तमाम आला अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर  जांच की मांग की है। विगत दिवस लाडली बहना योजना के लिए जबलपुर प्रवास पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बरगी बांध से हेलीपैड जाते हुए रास्ते पर रोककर ज्ञापन देकर जांच की गुहार लगाई गई है। जानकारी के मुताबिक उक्त गंभीर मामले में जांच भी प्रारंभ हो गई है।

इनका कहना है

मनरेगा के अंतर्गत होने वाले काम में सरपंच और सचिव का ज्यादा रोल नहीं रहता है और ना ही कहीं साइन होते हैं। इसके लिए रोजगार सहायक ही पूरे पावर में रहते हैं और इन्हें की जिम्मेदारी दी जाती है। 
पंचदेव महतो, पूर्व सरपंच, हरदुली, बरगी नगर

यह मामला कलेक्टर साहब के संज्ञान में है। इसमें अभी जांच चल रही है। जल्द ही कलेक्टर साहब के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। 
वीरेंद्र सिंह, सहायक यंत्री, जनपद पंचायत, जबलपुर

संबंधित व्यक्ति ने यह आरोप पैसे के लिए लगाए हैं l मैं अपनी जगह पूरी तरह सही हूं l इस प्रकरण में मेरी जांच चल रही है। 
मनीष तिवारी, ग्राम रोजगार सहायक, ग्राम पंचायत हरदुली, बरगी नगर

यह मामला मेरे कार्यकाल में नहीं हुआ है। इस प्रकरण को देखकर मुझे लगता है, इसमें जानबूझकर लापरवाही की गई है। पाठक जी को भी अंधेरे में रखा गया है । जांच कार्यवाही पूर्ण होते ही सब स्पष्ट होने वाला है। 
रामदीन पटेल, सचिव, ग्राम पंचायत, हरदुली, बरगी नगर

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