डुंगरिया राशन दुकान में अनियमितताओं की भरमार, महीनों नहीं बटता अनाज, सरपंच के प्रयास से तीन चार महीने के बाद ग्रामीणों को बांटा गया राशन
बरगी नगर/परवेज खान। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून 2013 पारित हुए बरसों बीत गए पर आज भी धरातल पर खाद्य सुरक्षा कानून की धज्जियां उड़ाने वाले और सरकारी योजनाओं को पलीता लगाने वालों की कमी नहीं है। कुछ ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत राजाराम डुंगरिया में इस समय देखने मिल रहा है। ग्राम पंचायत राजाराम डुंगरिया के सरपंच अंशुल सोनकर ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीणों द्वारा जब उन्हें इस बात से अवगत कराया गया कि उन्हें पिछले तीन-चार माह से राशन से वंचित किया जा रहा है तो वे सभी ग्रामीणों को विगत दिवस कलेक्टर कार्यालय लेकर पहुंच गए। यहां जिला खाद्य नियंत्रक की दखल के बाद राशन डीलर ने आनन-फानन ग्रामीणों को कुछ ग्रामीणों को राशन तो दिया पर आज भी बहुत सारे हितग्राही राशन से वंचित हैं।
- नहीं मिलती कोई सूचना
ग्रामीणों जागे लाल, पुरुषोत्तम, विकास यादव, चरोंज बाई ,सुनीता पटेल, नोखे लाल गौड़, रामरतन बर्मन का कहना है कि राशन दुकान के बाहर सूचना पटल नहीं लगाया गया है। जिसमें हितग्राहियों को मौजूदा स्टाफ की जानकारी, कौन सा माल कितनी मात्रा में है, कौन-कौन सी चीजें राशन दुकान से मिलती हैं, किस रेट पर मिलती है, किस हितग्राही को कितनी पात्रता है, राशन संबंधी शिकायतों के लिए टोल फ्री नंबर भी दुकान की दीवार पर नहीं लिखा गया है। जिससे हितग्राही हमेशा भटकते रहते हैं। ग्रामीण यह भी बताते हैं कि राशन खुलने की पूर्व सूचना उन्हें कभी नहीं दी जाती। गांव में कभी मुनादी भी नहीं होती है, जिस कारण अक्सर ग्रामीण राशन लेने से वंचित हो जाते हैं। जिन हितग्राहियों के फिंगरप्रिंट नहीं मिलते उन्हें भी राशन लेने से भटकाया जाता है। ग्रामीण बताते हैं कि राशन डीलर द्वारा अक्सर पहले पर्ची काट लेते हैं। बाद में राशन देने की बात कह कर कई लोगों को राशन से हर बार वंचित कर देते हैं।
- पंचायत को भी नहीं देते सूचना
सरपंच अंशुल सोनकर ने बताया कि राशन दुकान खोलने की सूचना ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को भी नहीं दी जाती। ग्रामीणों और उनकी शिकायत पर कुछ दिनों पूर्व ही कलेक्टर से ने पूर्व खाद्य नियंत्रक भावना तिवारी खाद्य नियंत्रक सीमा बरौसिया और उनकी टीम द्वारा राशन दुकान की जांच की गई तो 164 क्विंटल गेहूं 135 क्विंटल चावल साढ़े 4 क्विंटल शक्कर और नमक कम पाया गया।
जानकारी के मुताबिक राजा राम डुंगरिया सेवा सहकारी समिति पिंडरई के अंतर्गत पंचायत के 4 गांव जो ग्राम पंचायत से काफी दूर दूर बसे हैं। जिसमें दुर्गा नगर, डुंगरिया टोला, शाहपुरा टोला, डुंगरिया गांव के ग्रामीण आते हैं। ग्रामीणों ने कहां है कि राशन डीलर प्रदीपधर बड़गैयां द्वारा लंबे समय से व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सेल्समैन को तुरंत राशन दुकान से हटाने की मांग की गई है। क्योंकि डीलर दो-दो तीन-तीन माह राशन नहीं बांटता और यह कहता है कि ऊपर से ही आवंटन नहीं आ रहा है। वर्तमान में भी लगभग 435 कार्ड धारियों में से अभी मात्र 270 हितग्राहियों को ही राशन दिया जाना बताया गया है।
- इनका कहना है
संबंधित मामले का प्रकरण निर्मित करके उच्चाधिकारियों को प्रस्तुत कर दिया गया है मामला जांच में है।
सीमा बरोसियां, फुड इंस्पेक्टर
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