गुणवत्ता में भारी अनदेखी, मौके से गायब रहते हैं जिम्मेदार..?
जिम्मेदार कहते हैं आप सेंपल भिजवा दीजिए, हम जांच कर लेंगे
बरगी नगर । जबलपुर जनपद की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत हरदुली पंचायत अब भ्रष्टाचार के अनेक मामलों के लिए चर्चा में है। अभी हरदुली में पौधारोपण घोटाला मामले, प्रधानमंत्री आवास मजदूरी घोटाला तथा अन्य मामलों की जांच अभी ठंडी भी नहीं हो पाई है और अब यहां लाखों रुपए की लागत से बनने वाली सीमेंट कंक्रीट सड़कों की गुणवत्ता की शिकायत सीएम हेल्पलाइन तथा जिला कलेक्टर को कर दी गई है | जिससे यह तो स्पष्ट होता जा रहा है कि ऊपर से लेकर नीचे तक सब कुछ लंबी सेटिंग का खेल चल रहा है सिर्फ औपचारिकताएं निभाने के लिए जनपद और जिले के अधिकारी मौके पर जांच करने का दिखावा कर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर रहे हैं।
- सरपंच पति बनाम ठेकेदार, बना रहे सड़कें
वार्ड 8 के पंच विकास नायर ने बताया कि लाखों रुपए की लागत से बनने वाली ग्राम पंचायत हरदुली की सड़क सरपंच विश्व देवी महतो के ठेकेदार पति पंचदेव महतो अपने ठेके की लेबरों से बनवा रहे हैं | उनके द्वारा बनाई गई सभी सड़कों में उनकी निजी लेबर जो देवद्वारा सालीबाड़ा ग्राम से एक पिकअप गाड़ी में भरकर बरगी नगर कम करने के लिए आती है | जिस कारण पूरा काम ठेके पर चल रहा है | स्थानीय ग्रामीणों को मजदूरी का काम नहीं दिया जा रहा है | जिससे स्थानीय ग्रामीणों में भारी रोष है
इस संबंध में ग्राम के सचिव रामदीन पटेल का कहना है कि सड़क की ढलाई का काम मेहनत वाला होता है | स्थानीय लेबर उस काम को नहीं कर पाती है | इसी वजह से ठेकेदार पंचदेव महतो द्वारा खड़े होकर यह काम करवाया जा रहा है | इससे यह स्पष्ट हो गया है कि हरदौली पंचायत के संपूर्ण निर्माण कार्यों में सरपंच पति का पूरा-पूरा हस्तक्षेप है | पूरा काम ठेकेदार पंचदेव महतो करवा रहे हैं | अब ठेके पर किए हुए काम की गुणवत्ता कितनी अच्छी होगी यह तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है । ग्रामीण बताते हैं कि ठेकेदार पंचदेव पूर्व में हरदुली पंचायत के सरपंच भी रहे हैं और उनके कार्यकाल में लाखों रुपए की लागत से बनाई गई सड़कें उनके खुद के कार्यकाल में 5 साल भी नहीं चल पाईं।
- गुणवत्ता पर जमकर धांधली
विकास नायर ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि सड़क निर्माण गुणवत्ताहीन है | जिसमें उन्होंने रेत के साथ-साथ जमकर काली क्रेशर डस्ट का इस्तेमाल किया है | रोड की मोटाई बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित मुरुम का इस्तेमाल किया गया है | नियमानुसार सीसी रोड की मोटी 8 इंच होनी चाहिए लेकिन उप यंत्री राजेश कोठार की शह पर पर 4 से 5 इंच की सीसी रोड का धड़ल्ले से भुगतान किया जा रहा है | ना ठीक से तराई की गई है और ना ठीक से वाइब्रेटर ही चलवाया गया है | मौके पर सड़क निर्माण के समय एक भी उपयंत्री और एसडीओ या अन्य कोई जिम्मेदार व्यक्ति मौके पर नहीं रहे हैं | इस संबंध में उन्होंने जिला कलेक्टर तथा सीएम हेल्पलाइन को शिकायत दी है | सड़क निर्माण के समय ही सहायक यंत्री वीरेंद्र सिंह को भी दूरभाष पर सूचना दी पर उन्होंने इस बात पर कोई तवज्जो नहीं दी और ना ही सड़क निर्माण रुकवाया | पूरी सड़कों में जमकर काली डस्ट का इस्तेमाल किया गया है और अपना भ्रष्टाचार छुपाने रेत के बिल लगाए गए हैं | डस्ट के बारे में यह कहा जा रहा है कि डस्ट सिर्फ सड़क की फीलिंग यानी नीचे बिछाने के लिए इस्तेमाल की गई है जबकि मेरे द्वारा बनाए गए वीडियो फुटेज में साफ तौर पर डस्ट को मिक्सर मशीन में मिलते हुए देखा जा सकता है।
- टालते दिखे अधिकारी
इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी यजुबेंद्र कोरी का कहना है कि आप सड़क का सैंपल एक पंचनामा तथा फोटोग्राफ्स मुझे भिजवा दीजिए मैं जांच करवा लूंगा।
डस्ट डाले जाने का कोई प्रावधान नहीं है, जहां पर शिकायतें मिलती हैं, बदलवा दिया जाता है |
वीरेंद्र सिंह, सहायक यंत्री, जनपद पंचायत जबलपुर
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