बालाघाट नामकरण की 128 वीं वर्षगांठ पर नैरोगेज इंजन का होगा लोकार्पण



निगरानी समिति के पदाधिकारियों ने बैठक कर कार्यक्रम को लेकर की चर्चा
कलेक्टर से मुलाकात कर उद्घाटन तिथि और स्थापना कार्यो से कराया अवगत
बालाघाट/अक्षर सत्ता। शहर के इतिहास एवं पुरातत्व शोध संग्रहालय में जिले की 100 साल पुरानी नैरोगेज बोगी के बाद अब इंजन की स्थापना करवाई जा रही है। वर्तमान में इंजन को संग्रहालय में स्थापित किया जा चुका है। वहीं अब इसके भव्य उद्घाटन लोकार्पण की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसी कड़ी में संग्रहालय परिसर में अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र सिंह गहरवार की अध्यक्षता में निगरानी समिति सदस्यों की बैठक रखी गई थी। बैठक में इंजन स्थापना को लेकर अब तक किए गए कार्य और वर्तमान में शेष कार्यो को लेकर चर्चा की गई। वहीं 20 दिसंबर तक किसी भी हाल में सभी कार्यों को पूर्ण करवाए जाने की बात पर चर्चा हुई। इन कार्यों में आने वाले अतिरिक्त व्ययों को आपसी सहयोग से आर्थिक सहायता के माध्यम से कराए जाने पर भी चर्चा की गई। सभी से चर्चा के बाद 31 दिसंबर को बालाघाट नामकरण की 128 वीं वर्षगांठ पर इंजन का उद्घाटन किए जाने की बात तय की गई। बैठक के बाद सदस्यों ने अध्यक्ष जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद व कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा से भेंट कर नैरोगेज डीजल इंजन उद्घाटन, प्लेटफार्म निर्माण एवं अन्य जानकारियों से अवगत कराया। जिस पर कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने सहमति दी। आगामी बैठक 15 दिसंबर को आयोजित कर अन्य विषयों पर पुन: चर्चा करने की बात तय की गई। बैठक के अंत में निगरानी समिति सदस्य डॉ. सुभाष चंद्र गुप्ता को 74 वां जन्म दिन होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी गई। 
इस दौरान डॉ. वीरेन्द्र सिंह गहरवार संग्रहाध्यक्ष, डॉ. रमेश रंगलानी, डॉ. सुभाष चंद्र गुप्ता, विजय वर्मा, पूरन सिंह भाटिया, रमेश राठी, श्याम सिंह ठाकुर, मुकेश यादव प्रबंधक पर्यटन, कमलजीत छावड़ा सहित आदि उपस्थित रहे।

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