अबू धाबी में पीएम नरेंद्र मोदी का गले लगाकर स्वागत करते यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान। |
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने मंगलवार को अबू धाबी में आमने-सामने बातचीत की और 6 समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें से एक भारत-मध्य पूर्व-यूरोप गलियारे पर और दूसरा द्विपक्षीय निवेश की सुरक्षा पर है।
यूएई में शेख के साथ बातचीत के बाद पीएम मोदी ने एक विशाल रैली को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत अरबी भाषा में संबोधन से की। `अहलान मोदी’ (हैलो मोदी) के नाम से आयोजित इस रैली में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय शामिल हुए।
गौर हो कि मंगलवार को पीएम मोदी यूएई की आधिकारिक यात्रा पर अबू धाबी पहुंचे। हवाई अड्डे पर शेख मोहम्मद बिन जायद ने उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और एक दूसरे को गले लगाया। मोदी बुधवार को बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर का भी उद्घाटन करेंगे। यह अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है। अपनी बातचीत में, दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, डिजिटल बुनियादी ढांचे, फिनटेक, ऊर्जा, संस्कृति और आपसी संबंधों सहित सभी क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने का स्वागत किया। चर्चा में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दे भी शामिल रहे। विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि भारत-मध्य पूर्व गलियारे पर एक अंतर-सरकारी रूपरेखा समझौता इस मामले पर पिछली समझ और सहयोग पर आधारित होगा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने के लिए भारत और यूएई के सहयोग को बढ़ावा देगा।
- ऑनलाइन भुगतान में साझेदारी
दोनों नेता तत्काल भुगतान प्लेटफार्मों – यूपीआई (भारत) और एएएनआई (यूएई) के इंटरलिंकिंग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के भी गवाह बने। उन्होंने जयवान (यूएई) के साथ घरेलू डेबिट/क्रेडिट कार्ड – रुपे (भारत) को आपस में जोड़ने पर एक समझौता भी देखा। दोनों नेताओं ने ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करने पर भी चर्चा की।
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