नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने गुरुवार को कहा कि पार्टी ने आम चुनाव 2024 का घोषणा पत्र जारी कर दिया है और यह महज चुनावी घोषणा पत्र नहीं बल्कि न्याय का दस्तावेज है जिसे इतिहास में एक राजनीतिक दस्तावेज के रूप में याद किया जाएगा।
श्री खडगे ने कहा, "हमारा ये घोषणापत्र देश के राजनीतिक इतिहास में “न्याय के दस्तावेज” के रूप में याद किया जाएगा। हमने 2024 के आम चुनाव के घोषणापत्र में जनता के बुनियादी मसलों को प्राथमिकता दी है और अर्थतंत्र को ध्यान में रखा है।"
उन्होंने कहा "ये किसी व्यक्ति का दावा या गारंटी नहीं उस पार्टी का घोषणापत्र है जिसका 139 साल का शानदार इतिहास है। ये देश के सामाजिक-आर्थिक विकास की गति को बहुत तेज करेगा। किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं, गरीबों और वंचित तबकों के विकासके बंद दरवाजे खोलेगा।"
श्री खडगे ने घोषणा पत्र में दिए पांच न्याय की 25 गारंटी को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा,“ पार्टी नेता राहुल गाँधी के नेतृत्व में चली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में पांच स्तम्भ पर ध्यान केंद्रित किया गया था। यात्रा के दौरान युवा, किसान, नारी, श्रमिक और हिस्सेदारी न्याय की घोषणा की गयी थी। इन पांच पिलर्स पर 25 गारंटियों का विवरण विस्तार से हमारे घोषणापत्र में है।"
उन्होंने घोषणा पत्र की कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का उल्लेख करते हुए कहा "इसमें युवा न्याय के तहत हर शिक्षित युवा की पहली नौकरी पक्की और एक लाख रुपए सालाना स्टाइपैंड मिलेगा। नारी न्याय के तहत गरीब परिवार की महिला को सालाना एक लाख की मदद देंगे तथा किसान न्याय के तहत हम किसानों की कर्ज माफी और एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे।”
श्रमिक न्याय के तहत मनरेगा में भी 400 रुपए रोज न्यूनतम मजदूरी मिलेगी और हिस्सेदारी न्याय में सामाजिक-आर्थिक समानता के लिए हर व्यक्ति औऱ हर वर्ग की गिनती या जातीय जनगणना होगी।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हमारे घोषणापत्र में संवैधानिक न्याय खंड में लोकतंत्र बचाओ, भय से मुक्ति से लेकर मीडिया, न्यायपालिका की आजादी, भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम जैसे मुद्दे हैं। कला, संस्कृति जैसे विषय भी हैं। आर्थिक न्याय खंड में आर्थिक नीतियों, बेरोजगारी, कर व्यवस्था और कर सुधार, उद्योग और ढांचागत व्यवस्था पर ठोस विजन है। राज्य न्याय में संघीय ढांचा और केंद्र तथा राज्य संबंधों के साथ ग्रामीण और शहरी विकास, पूर्वोत्तर भारत पर रोशनी डाली गयी है। देश की प्रति रक्षा और आंतरिक सुरक्षा के महत्व को ध्यान में रख कर रक्षा न्याय का भी खंड है जिसमें विदेश नीति भी है।आखिरी एक महत्व का बिंदु पर्यावरण न्याय भी है।"
उन्होंने कहा, "मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि घोषणापत्र को बारीकी से देखें एवं परखें। इसमें आपको भविष्य के भारत की शानदार तस्वीर नजर आएगी।आजादी के बाद से 1951-52 के चुनावों से राजनीतिक दल घोषणापत्र जारी करते समय बहुत से दावे करते हैं। पर कांग्रेस हमेशा जमीनी हकीकत पर चलती है इसलिए 1951 में पंडित जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में हमारा जो घोषणापत्र जारी हुआ उसका नाम था "कांग्रेस किनके लिए खड़ी है।पहले घोषणा पत्र को लेकर टिप्पणी की गयी थी कि इसमें कोई अतिशयोक्तिपूर्ण दावे नहीं किए गए थे। जनता को लुभाने या मतदाताओं को धोखा देने की कोई महत्वाकांक्षी योजना उनके सामने नहीं रखी गई थी। जो काम हो सकता था और जिसका कार्यान्वयन संभव था उसका एक यथार्थवादी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया था।"
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