अगले पांच वर्षों में देश को अधिक सुरक्षित, आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने पर रहेगा जोर: राजनाथ


नई दिल्ली | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगले पांच वर्षों के दौरान देश को अधिक सुरक्षित, आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। श्री सिंह ने लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद कहा कि अगले पांच वर्षों के दौरान अधिक सुरक्षित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र की स्थापना के लिए नए सिरे से प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
उन्होंने कहा,“प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, हमारा उद्देश्य रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ साथ देश के सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करना होगा। सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और सेवारत तथा सेवानिवृत्त दोनों सैनिकों का कल्याण हमारा मुख्य फोकस रहेगा।'
रक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में रक्षा निर्यात को बढ़ाना उनका उद्देश्य होगा। उन्होंने कहा,“वित्तीय वर्ष 2023-24 में रक्षा निर्यात रिकॉर्ड 21,083 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। यह ऐतिहासिक था । हमारा लक्ष्य 2028-2029 तक 50,000 करोड़ रुपये से अधिक के रक्षा उपकरण निर्यात करने का होगा।”
श्री सिंह ने जोर देकर कहा कि सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक हथियारों और प्लेटफार्मों से लैस किया जा रहा है और वे हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने वीरता और प्रतिबद्धता के साथ राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए सैन्य कर्मियों की सराहना की।

कार्यभार संभालने के तुरंत बाद रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली नई सरकार के तहत रक्षा मंत्रालय की पहले 100 दिनों की कार्य योजना पर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पूर्व सैनिकों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें पूर्व सैनिक कल्याण विभाग से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। उन्होंने अधिकारियों को 100 दिनों की कार्य योजना में निर्धारित एजेंडे को पूरा करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का निर्देश दिया।

रक्षा तैयारियों को बढ़ाने और रक्षा में आत्मनिर्भरता पर निरंतर जोर देने के उद्देश्य से, रक्षा मंत्री ने कहा कि वह प्रमुख योजनाओं और रक्षा मंत्रालय की पहलों की प्रगति में तेजी लाने के लिए नियमित समीक्षा बैठकें करेंगे। हिंद महासागर क्षेत्र के बढ़ते महत्व पर जोर देते हुए, रक्षा मंत्री ने इस कार्यकाल में अपनी पहली यात्रा पूर्वी नौसेना कमान, विशाखापत्तनम में करने का फैसला किया है, जिसमें वह अधिकारियों और नाविकों के साथ बातचीत करेंगे।

इससे पहले श्री सिंह के रक्षा मंत्रालय के कार्यालय साउथ ब्लॉक पहुंचने पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, रक्षा सचिव गिरधर अरमाने, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी तथा रक्षा मंत्रालय के अनेक शीर्ष अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।

लखनऊ लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत कर लोकसभा पहुंचे श्री सिंह को वर्ष 2019 में पहली बार रक्षा मंत्री बनाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री के तौर पर उनके कामकाज पर भरोसा करते हुए उन्हें इस बार भी रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें गृह मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी।
कार्यभार संभालने के बाद श्री सिंह ने उन पर भरोसा जताने के लिए श्री मोदी को धन्यवाद दिया।

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