नई दिल्ली | केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार मणिपुर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि राज्य में हिंसा की कोई और घटना न हो तथा सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए केंद्रीय पुलिस बलों की पर्याप्त संख्या में तैनाती की जानी चाहिए।
श्री शाह ने यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में मणिपुर की स्थिति की समीक्षा के बाद यह भी निर्देश दिया कि हिंसा करने वालों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाए और केन्द्र सरकार आवश्यकता पड़ने पर इससे भी ज्यादा केंद्रीय पुलिस बलों को भेजने के लिए तैयार है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरकार मणिपुर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने राहत शिविरों की स्थिति, विशेष रूप से भोजन, पानी, दवाओं और अन्य बुनियादी सुविधाओं की उचित उपलब्धता के संबंध में समीक्षा की। उन्होंने मणिपुर के मुख्य सचिव को विस्थापितों के लिए उचित स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं सुनिश्चित करने तथा उनके पुनर्वास का निर्देश दिया।
गृह मंत्री ने मौजूदा जातीय संघर्ष को सुलझाने के लिए समन्वित दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय जल्द से जल्द दोनों समूहों, मैतेई और कुकी से बात करेगी ताकि दोनों समुदायों के बीच की खाई को पाटा जा सके। केन्द्र सरकार राज्य में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने में मणिपुर सरकार का सक्रिय रूप से समर्थन कर रही है।
बैठक में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, केंद्रीय गृह सचिव, खूफिया ब्यूरो के निदेशक, सेना प्रमुख (नामित) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार, असम राइफल्स के महानिदेशक, मणिपुर के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और सेना तथा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में करीब एक वर्ष पहले शुरू हुई जातीय हिंसा के कारण उत्पन्न हुई तनावपूर्ण स्थिति अभी भी जारी है। केंद्र सरकार के तमाम दावों और कदमों के बावजूद राज्य में स्थिति सामान्य नहीं है और विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार को लगातार घेरते रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी हाल ही में केंद्र सरकार से मणिपुर में स्थिति सामान्य बनाने के लिए कदम उठाने को कहा है।
हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भी केंद्र में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी को मणिपुर की तनावपूर्ण स्थिति का खामियाजा उठाना पड़ा है और राज्य की दोनों लोकसभा सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा है। राज्य की दोनों सीट मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने जीती हैं।
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