बीजोत्सव में देसी बीजों को बचाने की परंपरा का अंकुरण

आदिवासी बहुल समनापुर गांव में हुआ पारंपरिक बीजों के मेले का आयोजन



बरगी नगर l शत प्रतिशत गोंड आदिवासी समुदाय के ग्राम समनापुर पंचायत सिल्वा के अंतर्गत बीजोत्सव कार्यक्रम पारंपरिक बीजों के मेले के रूप में स्थानीय सच्चा प्रयास समिति और एमपीएसडीआईए नेटवर्क जबलपुर के सहयोग से आयोजित किया गया l कार्यक्रम में प्रख्यात लेखक तथा सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र चंद्रकांत राय, सामाजिक कार्यकर्ता रूपेंद्र पटेल, रंगकर्मी दिनेश चौधरी सहित पूर्व जनपद सदस्य पूरनलाल सैयाम, सामाजिक कार्यकर्ता श्याम तिवारी और कृषि विस्तार अधिकारी एसके त्रिपाठी की मौजूदगी में प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम में वर्तमान परिदृश्य में बाजार बाद के कारण खत्म हो रहे पारंपरिक बीजों के संरक्षण संवर्धन तथा प्रोत्साहन पर विस्तारपूर्वक चर्चा की| इस दौरान पारंपरिक बीजों को बचाए रखने के उपायों पर भी रणनीति बनाई गई।

  • पारंपरिक बीजों का हुआ प्रदर्शन 



इस अवसर पर पारंपरिक बीज मेले में लाई गई 8 प्रकार की धान ककेहरि, नुनंगी, समासार, करधन, बासमती और देसी के साथ-साथ कोदों, कुटकी, रागी, समा, कंगनी, अमारी, देसी मक्का, देसी ज्वार, देसी अलसी, देसी अरहर, देसी बाजरा, देसी तिली, जगनी, सरसों, राई, काली अरहर, काली गेहूं, शुगर फ्री गेहूं, बंसी गेहूं, देसी गेहूं सहित कई प्रकार की सब्जियों जिसमें लंबी लौकी, तुमा लौकी, भूरा कद्दू, मीठा कद्दू , भिंडी, टमाटर, मिर्ची, भटा, ककड़ी, बरबटी और अन्य कई प्रकार की लाल सफेद सेमी मेले में प्रदर्शित की गईं| जिसमें आसपास से आए ग्रामीण किसानों द्वारा एक दूसरे से बीजों का आदान-प्रदान भी मौके पर किया गया| इस अवसर पर आसपास के लगभग आधा दर्जन ग्राम समनापुर, गढ़ गोरखपुर, बम्हनी, धवई, सिल्वा, बिंजहाँ के किसान उपस्थित रहे | इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक सच्चा प्रयास समिति के परवेज खान सहित ग्राम के पूरनलाल संयाम, भगत सिंह मरावी, पूनाराम सैयाम, गणेश प्रसाद, सुंदरलाल संयाम, भाव सिंह कुम्हरे, तामसिंह, जागेश्वर बरकड़े सहित ग्रामीणों की उपस्थिति रही| 

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