नई दिल्ली | कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने की सोमवार को घोषणा की और कहा कि वहां से पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी।
कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी के आवास पर पार्टी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, श्री गांधी, श्रीमती वाड्रा और पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल उपस्थित थे।
श्री गांधी ने पार्टी अध्यक्ष खड़गे और श्रीमती वाड्रा की उपस्थिति में मीडिया के समक्ष यह घोषणा करते हुए कहा कि उनके लिए यह निर्णय कोई आसान निर्णय नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका रायबरेली और वायनाड दोनों निर्वाचन क्षेत्र से भावानात्मक रिश्ता है और वह वायनाड का दौरा करते रहेंगे।
श्रीमती वाड्रा ने इस निर्णय पर खुशी जतायी है।
श्री गांधी 18वीं लोकसभा के चुनाव में उत्तर प्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड सीट, दोनों जगहों पर चुनाव लड़े थे और दोनों सीटों पर विजयी हुए। नियम के अनुसार किसी व्यक्ति को एक समय में लोकसभा में किसी एक सीट का ही प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल सकता है।
उन्होंने कहा, “मेरा रायबरेली और वायनाड से भावनात्मक जुड़ाव है, पिछले पांच सालों से मैं वायनाड का सांसद था और वायनाड के सभी लोगों, हर पार्टी के लोगों ने प्यार दिया उसके लिए मैं दिल से धन्यवाद करता हूं और पूरी जिंदगी उसको याद रखूंगा।”
श्री गांधी ने कहा, “प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ेंगी मगर मैं भी बीच-बीच में वायनाड जाऊंगा और जो वायदे हमने वायनाड से किये थे उनको पूरा करेंगे।” कांग्रेस नेता ने कहा कि रायबरेली सीट से उनका पुराना रिश्ता है और उन्हें काफी खुशी है कि उन्हें फिर से वहां के लोगों का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने वायनाड छोड़ने का निर्णय को मुश्किल निर्णय बताते हुए कहा कि दोनों सीटों से उनका गहरा रिश्ता है।
श्री गांधी ने कहा कि वह वायनाड के हर व्यक्ति से प्यार करते हैं और उनके दरवाजे वहां के लोगों के लिए हमेशा खुले रहेंगे।
इस अवसर पर श्रीमती वाड्रा ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मैं वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व कर सकूंगी। मुझे नहीं लगता कि वहां के लोगों को राहुल गांधी की कमी महसूस होगी क्योंकि जैसा कि उन्होंने कहा कि वह बीच-बीच में जाते रहेंगे। ”
उन्होंने कहा कि पूरी मेहनत के साथ वायनाड के लोगों की सेवा करने और उन्हें खुश रखने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि रायबरेली से मेेरा पुराना रिश्ता है वहां मैंने पिछले 20 साल से काम किया है। उन्होंने कहा कि रायबरेली और अमेठी से उनका रिश्ता टूट नहीं सकता और यह कायम रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं भाई राहुल गांधी की मदद रायबरेली में भी करती रहूंगी।
श्री गांधी ने मजाकिया लहजे में कहा कि ‘दोनों सीटों को दो-दो सांसद’ मिल रहे हैं।
إرسال تعليق