हाथरस में हादसा, सत्संग के दौरान मची भगदड़, 121 लोगों की मौत


नई दिल्ली। हाथरस जिले के सिकन्दराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गई। जिसमें 121 लोगों की मौत हो गई । पुलिस ने यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं।

सिकन्दराराऊ के थानाध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया कि इस थाना क्षेत्र के फुलराई गांव में भोलेबाबा के सत्संग के दौरान यह भगदड़ मच गयी, जिसमें कई लोगों की मौत हो गयी है और अनेक अन्य घायल हो गये हैं। इस बीच, पड़ोस में स्थित एटा जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी उमेश चंद्र त्रिपाठी और जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि भगदड़ में मारे गये 100 लोगों से अधिक के शव एटा के पोस्टमार्टम हाउस भेजे जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया।

उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। 

 मरने वालों की संख्या पूछे जाने पर जिलाधिकारी कुमार ने कहा कि अभी घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है और प्रशासन की प्राथमिकता घायलों का समुचित उपचार कराना और मृतकों के परिवारों को प्रशासनिक सहायता पहुंचाना है। जब उन्हें याद दिलाया गया कि एटा के अधिकारियों द्वारा सिर्फ वहां पोस्टमार्टम हाउस पर 27 मरने वालों के शव पहुंचने की की पुष्टि की गयी है तो उन्होंने कहा कि अभी तक लगभग 50 से 60 लोगों के मरने की संख्या सामने आयी है। 

कुमार से जब पूछा गया कि सत्संग की अनुमति किसने दी तो उन्होंने कहा कि इसकी अनुमति एसडीएम साहब द्वारा दी गयी थी और यह निजी आयोजन था, जिसमें सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी थी लेकिन अंदर की व्यवस्था उनके द्वारा (आयोजकों) की जानी थी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च स्तर पर एक जांच समिति गठित की गयी है और जांच में सब चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। इसके पहले एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘एटा अस्पताल में 27 शव लाए गए हैं। मरने वालों में 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं।''

इस बीच, कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने एटा के एक अस्पताल में 60 से अधिक शव लाए जाने का दावा किया है। पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों तथा अन्य वाहनों से सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर लाया गया। शवों को स्वास्थ्य केंद्र के बाहर रखा गया, जहां लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। एक वीडियो क्लिप में एक महिला को ट्रक में पांच छह शवों के बीच बुरी तरह रोते हुए दिखाया गया है। एक अन्य तस्वीर में एक वाहन में एक महिला और एक पुरुष अचेत अवस्था में लेटे नजर आए। प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने ‘पीटीआई-वीडियो' को बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोग जब आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तो उसी समय भगदड़ मची। उन्होंने बताया कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। 

  • भगदड़ की घटना में लोगों की हुई मौत को ‘हृदय विदारक' : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भगदड़ की घटना में लोगों की हुई मौत को ‘हृदय विदारक' बताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मुर्मू ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा,‘‘उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर हृदय विदारक है। मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।'' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग समारोह के दौरान भगदड़ मचने की घटना में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। 

  • प्रधानमंत्री ने व्यक्त की शोक संवेदना 

प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के दौरान कहा, ‘‘चर्चा के बीच मुझे अभी एक दुखद खबर दी गई है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक कार्यक्रम में भगदड़ मचने से कई लोगों की दुखद मृत्यु की सूचना आ रही है। मैं मृतकों के प्रति अपनी संवेदना (शोक) व्यक्त करता हूं। मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।'' इस बीच, प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिये दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिये 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की। 

बाद में प्रधानमंत्री ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और राज्य सरकार भी सभी पीड़ितों की हरसंभव सहायता में जुटी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने इसमें अपने प्रियजनों को खोया है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'' सिकंदराराऊ के थाना प्रभारी आशीष कुमार ने कहा कि वस्तुत: अत्यधिक भीड़ होने की वजह से भगदड़ मच गयी। सत्संग में शामिल होने के लिये अपने परिवार के साथ जयपुर से आयी एक महिला ने बताया कि सत्संग के समापन के बाद लोग एकदम से बाहर निकलने लगे, जिससे भगदड़ मच गयी। 

  • राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश, योगी आदित्यनाथ ने दुःख जताया 

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। एक दिवसीय सत्संग सुबह मंगलवार से शुरू हुआ था। योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने अपर पुलिस महानिदेशक (आगरा) और आयुक्त (अलीगढ़) के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। 

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बाद में मुख्यमंत्री ने “एक्स” पर अपने संदेश में कहा, “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।” उन्होंने कहा, “संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर चलाने और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए गए हैं।” 

योगी ने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिये गये हैं।” उन्होंने कहा “आगरा के अपर पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ के आयुक्त के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं।” उन्होंने कहा, “प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।” 

  • उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुःखद हादसे से मन अत्यंत व्यथित : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने की घटना पर दुख जताया और हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। शाह ने कहा कि वह घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है।

शाह ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुःखद हादसे से मन अत्यंत व्यथित है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें यह कष्ट सहने की शक्ति दें।'' उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘हाथरस में हुई दुर्घटना के विषय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से बात कर घटना की जानकारी ली और केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

शीघ्र ही एनडीआरएफ की मेडिकल टीम भी हाथरस पहुंच रही है।'' भगदड़ में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पुलराई गांव में सत्संग के दौरान भगदड़ मची। उन्होंने बताया कि सत्संग में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे।

  • अखिलेश और मायावती ने लोगों की मौत पर गहरा शोक जताया 

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ की घटना में हुई लोगों की मौत पर गहरा शोक प्रकट किया है। सपा की ओर से जारी एक बयान के अनुसार यादव ने हाथरस में सत्संग में भगदड़ मचने से बड़ी संख्या में हुई लोगों की मौत पर गहरा शोक जताया है। 

यादव ने घायलों को तत्काल अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। मायावती ने “एक्स” पर पोस्ट किया “ उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में काफी संख्या में लोगों की हुई मौत अति-दुःखद। सरकार इनकी जांच कर उचित कार्रवाई तथा पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद करे।” 

मौके के लिए रवाना होते हुए राज्य सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने पत्रकारों से कहा, “सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गयी, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी। 

‘भोले बाबा' के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में मौत के बाद एटा के पोस्टमार्टम गृह पर आए एक वृद्ध कैलाश ने बताया कि आज ‘साकार विश्व हरि भोले बाबा' के सत्संग में बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल हुए और आरती के बाद वापस आते समय रास्ते में कीचड़ था, जिससे बचने को लेकर लोग वहां गिर गए और भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर गए और इसी बीच पीछे से आ रही भीड़ गिरे हुए लोगों को कुचलते हुए आग बढ़ गयी, जिसमें बडी संख्या में लोगों की मौत हो गई और भारी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। 

Post a Comment

أحدث أقدم