17 दिन, 12 पुल ध्वस्त और 15 इंजीनियर निलंबित


पटना | नीतीश सरकार ने आखिरकार बड़ी कार्रवाई की है। बिहार में 17 दिन के दौरान 12 पुल ध्वस्त हो गया। पुल ढहने की सिलसिलेवार घटनाओं के सिलसिले में पंद्रह इंजीनियरों को निलंबित कर दिया गया। यह निलंबन गुरुवार को सारण में एक पुल गिरने के एक दिन बाद आया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो सप्ताह के भीतर बिहार में सभी निर्माणाधीन और पुराने पुलों की निरीक्षण रिपोर्ट मांगी है। 18 जून से अब तक किशनगंज, अररिया, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीवान और सारण में 12 पुल ढह गए हैं। समिति का गठन किया और उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है।

भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने राज्य के सड़क निर्माण और भवन निर्माण मंत्री रहते हुए अच्छी पुल रखरखाव नीति लागू नहीं करने के लिए तत्कालीन डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव को दोषी ठहराया है। बिहार के सारण जिले में बृहस्पतिवार को एक और पुल गिर गया था। अधिकारी ने बताया कि राज्य में पिछले 17 दिनों में पुल ढहने की यह 12वीं घटना है।

जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि पिछले 24 घंटे के भीतर सारण में पुल ढहने की यह तीसरी घटना है। उन्होंने कहा, ‘‘जिले में इन छोटे पुलों के गिरने के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है।’’ गंडकी नदी पर बनयपुर प्रखंड में स्थित यह छोटा पुल सारण के कई गांवों को पड़ोसी सिवान जिले से जोड़ता था।

सिवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में पिछले 17 दिन में 12 पुल ढह गए हैं। बिहार में पुल गिरने की हालिया घटनाओं पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, ‘‘बुधवार को समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को राज्य में सभी पुराने पुलों का सर्वेक्षण करने तथा तत्काल मरम्मत की जरूरत वाले पुलों की पहचान करने का स्पष्ट निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को पुलों के लिए अपनी संबंधित रखरखाव नीति तत्काल तैयार करने को भी कहा है।’’ भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि सरकार कारणों का पता लगाने के लिए पुल गिरने की घटनाओं की जांच का पहले ही आदेश दे चुकी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि 18 जून से अब तक बिहार में 12 पुल गिर ढहे हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार को ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बिहार में 18 जून से अब तक 12 पुल गिर चुके हैं...प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ही बिहार में हुई इन घटनाओं पर चुप हैं। सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार के दावों का क्या हुआ?

ये घटनाएं बताती हैं कि राज्य सरकार के हर विभाग में भ्रष्टाचार किस तरह व्याप्त है।’’ सारण की ताजा घटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुधवार को संबंधित विभागों की रखरखाव नीतियों की समीक्षा के लिए की गयी बैठक के एक दिन बाद हुई। कुमार ने कहा था कि पथ निर्माण विभाग ने पहले ही अपनी पुल रखरखाव नीति तैयार कर ली है और ग्रामीण कार्य विभाग को तत्काल अपनी योजना तैयार करनी चाहिए। 

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