नई दिल्ली। देश में लोकसभा (LokSabha) में ही नहीं, राज्यसभा (RajyaSabha) में भी भाजपा (BJP) और एनडीए (NDA) का संख्या बल में गिरावट आई है। राज्य सभा में भाजपा के 4 मनोनीत सदस्य शनिवार को रिटायर हो गए। जिसके बाद अब राज्यसभा में भाजपा की ताकत घटकर 86 और एनडीए के सांसदों की 101 पहुंच गई है। फिलहाल 19 सीटें खाली होने के कारण राज्यसभा में 226 सदस्यों की संख्या है। जिसके बाद अब भाजपा मजबूत स्थिति में है, लेकिन दबदबा जरूर कम हो गया है।
- ऐसे समझें पूरा गणित
अब एनडीए के पास भी 7 गैर-राजनीतिक मनोनीत सदस्यों, 2 निर्दलीय और एआईडीएमके (AIDMK) और वाईएसआरसीपी (YSRCP) जैसे दोस्ताना दलों के समर्थन से आगामी बजट सत्र 2024-25 में अहम कानून पारित करवाने की संख्या है। मगर दूसरों पर निर्भरता कम करने के लिए मनोनीत कैटेगरी के तहत जल्द से जल्द रिक्त पदों को भी जरूरी है।
राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी 4 मनोनीत सदस्य हैं। ये सभी शनिवार को रिटायर हो गए है। राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद इन्होंने औपचारिक रूप से खुद को बीजेपी के साथ जोड़ लिया था। मनोनीत कैटेगरी में एक और राज्यसभा सदस्य गुलाम अली हैं, जो बीजेपी का हिस्सा हैं। वे सितंबर 2028 में रिटायर होंगे।
- 11 सीटों पर होगा चुनाव
आने वाले महीनों में इन 11 सीटों पर होने वाले चुनाव में संभवतः 8 सीटें एनडीए (NDA) और 3 सीटें इंडिया गठबंधन (INDIA) के कब्जे में जा सकती है। कांग्रेस को तेलंगाना से 1 सीट मिलेगी, जिससे पार्टी की संख्या राज्यसभा में 27 हो जाएगी।
राज्यसभा में अपना विपक्ष का पद बनाए रखने के लिए कांग्रेस को जितनी सीटों की जरूरत है, यह उससे 2 अधिक है। इसलिए कांग्रेस की आवाज राज्यसभा में बुलंद होगी। हालांकि, भाजपा (BJP) अथवा एनडीए (NDA) को राज्यसभा में आगामी बजट सत्र में बिल पास करवाने में बहुत अधिक परेशानी नहीं होगी।
- राज्यसभा में 19 सीटें खाली
दरअसल, राष्ट्रपति सरकार की सिफारिश पर राज्यसभा के लिए 12 सदस्यों को मनोनीत करते हैं। मौजूदा सदन में उनमें से 7 ने खुद को गैर-राजनीतिक (BJP का हिस्सा नहीं) रखा, मगर ऐसे सदस्य कानून पारित कराने में हमेशा सरकार का ही साथ देते हैं। राज्यसभा में मौजूदा समय में 19 सीटें खाली हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर और मनोनीत कैटेगरी से 4-4 और 8 अलग-अलग राज्यों (असम, बिहार और महाराष्ट्र से 2-2 और हरियाणा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा से 1-1) से 11 सीटें शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के कारण से इन 11 सीटों में से 10 सीटें पिछले महीने खाली हुई, जबकि 1 सीट भारत राष्ट्र समिति के सदस्य के केशव राव के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। केशव राव बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए।
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