जबलपुर रेल मंडल के कई स्टेशनों पर लोको पायलटों के लिए विश्राम के पुख्ता इंतजाम

आधुनिक रनिंग रूम, 7 हजार से अधिक लोको कैब किये गये वातानुकूलित


जबलपुर| ट्रेन संचालन को सर्वाधिक सुरक्षित बनाने में जबलपुर रेल मंडल हमेशा सतर्कता बरतता है | जिसके कारण मंडल में ट्रेनों का संचालन बिना रुकावट के हो रहा है | मंडल में 985 लोको पायलट और 982 सहायक लोको पायलट पूरी जिम्मेदारी और सतर्कता के साथ रेल संचालन और यात्री सेवा एवं मॉल परिवहन का का दायित्व निभा रहे हैं | यह जानकारी मंडल रेल प्रबंधक विवेक शील ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी | 
उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में मंडल में लोको पायलटों एवं सहायक लोको पायलटों द्वारा मॉल गाड़ी के 3102 रैकों के माल परिवहन कर रेलवे को 948 करोड़ का फायदा कराया | 
मंडल में प्रतिदिन औसतन 160 यात्री गाड़ियों का संचालन भी उक्त दल किया जाता है | जिससे कि मंडल को पिछले 3 महीने में 238 करोड़ रूपये की यात्री आय हुई है | इस दौरान लगभग एक करोड़ यात्रियों को गंतव्य भेजने का कार्य किया गया है|   

  • लोको पायलटों के लिए विश्राम के पुख्ता इंतजाम

अपर मंडल रेल प्रबंधक आनंद कुमार ने कहा कि लोको पायलटों की ट्रेनों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका है | पिछले 10 सालों में रेल इंजन की कार्य स्थितियों में बड़े सुधार हुए हैं | ट्रेनों के बाधा रहित संचालन के लिए रेलवे के जबलपुर मंडल के कई स्टेशनों पर विश्राम के पुख्ता इंतजाम किये हैं | ड्यूटी पूरी होने बाद पायलट आधुनिक रनिंग रूम में पर्याप्त विश्राम के बाद वे अपनी अगली ड्यूटी के लिए तैयार हो जाते हैं | 

  • 7 हजार से अधिक लोको कैब वातानुकूलित

लोको पायलट कैब से लोकोमोटिव चलाते हैं | वर्तमान में एग्रोनोमिक सीटों के साथ कैब में सुधार किया गया है | 7 हजार से अधिक लोको कैब वातानुकूलित हैं|  नए लोकोमोटिव वातानुकूलित कैब के साथ बन रहे हैं | लोको पायलटों के लिए रनिंग रूम में फुट मसाजर एवं ड्यूटी के दौरान सावधानीपूर्वक निगरानी की जाती है | 

पत्रकार वार्ता में मंडल के शाखा अधिकारी अक्षय कुमावत ने लोको पायलटों को  रही सुविधाओं को पॉवर पॉइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया | पत्रकार वार्ता में प्रिंस विक्रम, सुबोध विश्वकर्मा, यशवंत कुमार, मंटू सिंह, गुन्नार सिंह आदि  भी उपस्थित रहे | 

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