लापरवाही बरतने पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी
जिला पंचायत के सभाकक्ष में संपन्न हुई इस बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एमएल मेहरा एवं सहायक संचालक मनीष सेठ सहित सभी परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर सुपरवाइजर मौजूद रहे। बैठक में सेक्टर और परियोजनावार कुपोषित बच्चों की संख्या तथा उनके पोषण स्तर में सुधार लाने किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई।
- बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने और ज्यादा संवेदनशील बनें
सीईओ ने बैठक में साफ किया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने और ज्यादा संवेदनशील बनना होगा। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों वजन और लंबाई का माप लेते समय इसकी शुद्धता पर विशेष ध्यान देने की हिदायत देते हुए कहा कि ऐसे आंगनबाड़ी केंद्रों में जहाँ एक भी बच्चा कुपोषण की श्रेणी में नहीं पाया जाता है, वहां पर्यवेक्षक स्वयं जाकर बच्चों का वजन लें।
- एक बार फिर बैठक बुलाई जायेगी
श्रीमती सिंह ने कहा कि दस दिन बाद बच्चों परियोजना अधिकारियों एवं सेक्टर सुपरवाईजरों की एक बार फिर बैठक बुलाई जायेगी तथा गंभीर कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने किये गये कार्यों की तथा मध्यम या कम कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने की सेक्टर स्तर पर बनाई गई कार्ययोजना की समीक्षा की जायेगी ।
- किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो
सीईओ श्रीमती सिंह ने कहा कि कुपोषत बच्चों को चिन्हित करने के कार्य में कहीं भी और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो सभी को इसका विशेष ध्यान रखना होगा। उन्होंने लापरवाही या अनियमितता पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की चतावनी भी बैठक में दी। सीईओ ने परियोजना अधिकारियों को आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों की लंबाई और वजन का रैंडम सत्यापन करने के तथा महिलाओं को मौसमी बीमारियों से बच्चों के बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करने के निर्देश भी बैठक में दिये।
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