फर्जी बाबाओं को कुंभ में आने से रोकेगा अखाड़ा परिषद


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2 जुलाई को हुए हाथरस हादसे पर साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखाड़ा परिषद ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए इस घटना की सही-सही जांच कराने की मांग की है। 

  • फर्जी बाबाओं की सूची तैयार करेगा अखाड़ा परिषद 

अखाड़ा परिषद का यह कहना है कि हाथरस हादसे के बाद से भोले बाबा जैसे संतों के आयोजनों को लेकर आम जनता में रोष व्याप्त है। संत समाज भी हाथरस हादसे को लेकर नाराज है। हाथरस में हुई घटना पर अखाड़ा परिषद से जुड़े महंतों और संतों ने कहा कि ऐसे लोगों को बाबा या संत कहा ही क्यों जाता है। ये कथावाचक हो सकते हैं, प्रचारक हो सकते हैं, इन्हें संत नहीं कहा जा सकता है, इसलिए अब हाथरस हादसे के पीछे कौन है? भोले बाबा कौन सा संत है और वह कैसे संत बना? इसकी भी जांच होनी चाहिए और देश की भोली जनता को योगी का चोला पहनकर गुमराह करने वाले फर्जी बाबाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
सरकार से यह मांग करते हुए अखाड़ा परिषद ने तय किया है कि प्रयागराज में अगले साल होने वाले कुंभ में फर्जी बाबाओं की एंट्री को बैन करने के लिए वह फर्जी बाबाओं की लिस्ट तैयार कर मेला प्राधिकरण को देगा। अखाड़ा परिषद इस लिस्ट के आधार पर मेला प्राधिकरण के यह मांग भी करेगा कि ऐसे संतों और बाबाओं को कुंभ के मंच पर स्थान न मिले। अगले साल संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ लगने वाला है। 

  • महाकुंभ को लेकर भव्य तैयारियां

महाकुंभ को लेकर भव्य तैयारियां की जा रही हैं। प्रशासन के साथ-साथ अखाड़ा परिषद भी अपनी तैयारियों में जुटा है। अखाड़ा परिषद का कहना है कि फर्जी बाबाओं के कारण संत समाज बदनाम हो रहा है। संत समाज का आत्म सम्मान गिरा है। महाकुंभ से पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ऐसे फर्जी संतों की सूची जारी करेगा और इनके खिलाफ एक गाइड लाइन तैयार करने की मांग मेला प्रशासन से करेगा।

फर्जी संतों की सूची तैयार कर आखाडा परिषद 18 जुलाई को मेला प्राधिकरण की बैठक में मेला प्राधिकरण के अफसरों को सौंपेगा। इस बैठक में फर्जी संतों को कुंभ के मंच पर स्थान न दिए जाने की मांग की जाएगी।

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